IPS की जिद थी इसरो सहित 16 सरकारी नौकरियों को टुकराकर आखिर बनीं आईपीएस ऑफिसर | Tripti Bhatt IPS Biography In Hindi

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सपने देखने वालों को ही मंजिल मिलती है, पंख तो बस एक बहाना है, हौसला ही असली उड़ान है। आज हम आपको ऐसे ही एक सपने देखने वाले इंसान से रूबरू करवाएंगे, जिन्होंने अपने जीवन में इसे अमल में लाया। वे हैं अल्मोड़ा के निवासी IPS अफसर तृप्ति भट्ट (Tripti Bhatt IPS Officer)। वे 2013 के बैच की आईपीएस अधिकारी हैं।

तृप्ति भट्ट का शुरुआती जीवन और शिक्षा (tripti bhatt ips family and education)

एक साधारण परिवार की बेटी हैं तृप्ति भट्ट, चारों भाई-बहनों में वह सबसे आगे हैं। उन्होंने अपने कामयाबी से न केवल अपने परिवार को गर्व कराया, बल्कि अल्मोड़ा की भी शान बढ़ाई है। ‘न्यूज 18 लोकल’ के साथ अपनी विशेष बातचीत में तृप्ति भट्ट ने अपनी जिंदगी के बारे में ये कहा कि उनकी पूरी शिक्षा अल्मोड़ा जिले में हुई है। उन्होंने बियरशीबा स्कूल से शुरुआत की, फिर 12वीं केंद्रीय विद्यालय से पास की। इसके बाद उन्होंने पंतनगर यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग का डिग्री हासिल कि और एनटीपीसी में असिस्टेंट मैनेजर के तौर पर काम किया।

Tripti Bhatt IPS Biography In Hindi

एपीजे अब्दुल कलाम से मिलने का मौका मिला 

तृप्ति भट्ट नौवीं कक्षा में थीं जब उन्हें डॉ एपीजे अब्दुल कलाम से मिलने का मौका मिला। उन्होंने उनके लिए एक पत्र लिखा जिसमें वे उन्हें जीवन और लक्ष्य के बारे में अनेक सलाह देते थे। तृप्ति भट्ट को उनके शब्दों से बहुत प्रभावित किया गया। उस दिन के बाद उन्होंने अपने सपनों को साकार करने के लिए पूरी मेहनत करनी शुरू कर दी।

कई नौकरियां छोड़ी 

उन्हें ISRO और मारुति कंपनी सहित कई नौकरियां मिली थीं, पर तृप्ति भट्ट का लक्ष्य कुछ और ही था. उन्होंने एनटीपीसी में जॉइन करते हुए भी सिविल सर्विसेज की तैयारी जारी रखी. उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें यूपीएससी की परीक्षा में 165वां स्थान मिला. उन्हें अपने होम कैडर का भी चुनाव मिला.

Tripti bhatt ips posting 

आईपीएस की परीक्षा में तृप्ति भट्ट का 165वां स्थान रहा. इस प्रकार उनको उत्तराखंड का होम कैडर मिला. वहां जाकर उन्हें देहरादून की एसपी की जिम्मेदारी दी गई. फिर उन्हें चमोली का एसपी, उसके बाद एसडीआरएफ का कमांडर और अंत में टिहरी गढ़वाल का एसएसपी बनाया गया. अभी वे देहरादून में एसपी इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी के रूप में कार्यरत हैं.

तृप्ति भट्ट की सलाह

आपको वही काम करना चाहिए, जिसमें आपका मन लगता है। इससे आप अपनी क्षमता का प्रमाण कर सकेंगे। युवाओं में स्टार्टअप की भावना भी उभर रही है, जो एक सकारात्मक संकेत है। इसमें महिलाओं का भी बढ़ता हुआ योगदान है। आपको अपने रुझान के अनुसार काम करना चाहिए और उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए। आपको अपने परिश्रम पर भरोसा रखना चाहिए और अपने काम में नियमित रहना चाहिए।

Tripti bhatt ips husband 

तृप्ति भट्ट ने अपने पति रितेश भट्ट हैं जो कि भारतीय राजस्‍व सेवा में कार्यरत हैं.

जीवन में कुछ बड़ा करने का सपना देखने वाली हर बेटी के लिए आईपीएस तृप्ति भट्ट एक प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने कोविड-19 के वैश्विक संकट के बीच भी लोगों की सेवा का काम नहीं छोड़ा। उनके उत्कृष्ट सामाजिक योगदान के लिए उन्हें 2020 का माननीय स्कॉच अवार्ड प्राप्त हुआ। उस समय वे एसडीआरएफ उत्तराखंड की टीम की नेता थीं। उन्होंने पूरे लॉकडाउन और अनलॉक के दौर में एसडीआरएफ के साथ मिलकर लाखों प्रवासियों को विभिन्न राज्यों से उत्तराखंड तक पहुंचाया। इसके अलावा उन्होंने 70 हजार से ज्यादा लोगों को कोविड से निपटने के लिए प्रशिक्षण और जागरूकता दी। इस अवार्ड के लिए उन्हें देशभर में दूसरा स्थान मिला। आईपीएस तृप्ति भट्ट अभी भी अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रही हैं, वे प्रदेश की सबसे दमदार महिला अधिकारी हैं।

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