अकेले खुश रहना कैसे सीखें, फायदे और नुकसान, शायरी | How to be happy alone hindi

अकेले खुश रहना कैसे सीखें, अकेले रहने के फायदे और नुकसान, शायरी | How to be happy alone hindi


अकेले खुश रहना कैसे सीखें, अकेले रहने के फायदे और नुकसान, शायरी | How to be happy alone hindi

गौतम बुद्ध का कहना था कि “अगर आप मजबूत बने रहना चाहते हैं तो अकेले रहना सीखें क्योंकि अकेले बैठना किसी गलत व्यक्ति के साथ चलने से बेहतर है”


अकेले रहने का मकसद


दोस्तों क्या आप भी आसपास कई लोग होने के बावजूद भी अकेला महसूस करते हैं लोग आपको जानते तो हैं लेकिन कोई आपको गहराई से समझ नहीं पाता और फिर इसीलिए आपको अकेले रहना या अकेलापन ज्यादा अच्छा लगता है। वही या फिर यह भी हो सकता है कि फैमिली फ्रेंड या फिर पाटनर के गलत बिहेवियर के बाद भी आप उनके साथ रहते हो। क्योंकि आपको अकेले रहने से डर लगता है या फिर आपको उनकी आदत हो चुकी है क्योंकि कई बार लोगों को अकेलेपन शब्द को सुनते ही अजीब ख्याल आने लगते हैं और कई बार अकेलेपन को लोग कमजोरी भी समझते हैं। 


तभी तो समाज में हमको हर तरह के लोगों के साथ एडजस्ट करना सिखाया जाता है जो शायद हमसे हमारी रियल आईडेंटिटी ही छीन ले और आगे चलकर चाहे हमारा कॉन्फिडेंस कितना ही कम क्यों ना हो जाए सिर्फ इस डर से कि हमें समाज और लोगों के साथ रहना जरूरी है और अकेलापन गलत। लेकिन सच तो यह है कि आप के जितने बड़े सपने होंगे और आप जितना बाकी है लोगों से अलग होंगे उतना ही लोग अधिकतर आपको ठीक से नहीं समझ पाएंगे क्योंकि उनकी और आपकी सोच नहीं मिलेगी जब तक आप उन्हें खुद कुछ कर कर नहीं दिखा दो।


मगर कैसा रहेगा अगर हम आपसे कहे कि अकेलापन भी आपकी ताकत बन सकता है और अगर आप इसकी इंर्पोटेंस समझ गए तो ना जाने कितनी ही चीजों, विजन और लाइफ को ऑब्जर्व करते हुए आप आगे बढ़ सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि बाकी लोगों के साथ रहना गलत है या फिर इस दुनिया में सभी लोग गलत हैं नहीं..! बल्कि इस पोस्ट के द्वारा हम आपको यह बताना चाहते हैं कि अकेले रहना और भी पावरफुल हो सकता है बजाय खुद को कोसने के और बिना खुद को कोसे और अकेले रहकर भी आप खुश रह सकते हैं।


अकेले रहने का महत्व और चुनौतियाँ


किसी भी डेस्टिनेशन तक पहुंचने से पहले हमारा यह जानना जरूरी है कि हम वहां पहुंचना क्यों चाहते हैं वैसे ही हमारा यह जानना भी जरूरी है कि हमारा अकेले रहना और एकांत की प्रैक्टिस करना हमारे लिए क्यों जरूरी है।


University Of California Santa Cruz की एक स्टडी में यह बात कही गयी है कि आज की यंग जनरेशन बिना फोन, गैजेट्स या लोगों के बजाय खुद के साथ समय बताएं तो यह उनके लिए लाभदायक हो सकता है। एक इंसान के लिए people time इंपोर्टेंट है लेकिन आप कितने मेंटली और इमोशनली स्टेबल है यह भी यह भी उतना ही इंपोर्टेंट है अकेले रहना और एकांत में रहने का मतलब जानते हुए ही बिल गेट्स हर साल 2 हफ्ते के लिए अपने घर फैमिली और फ्रेंड से दूर वक्त बिताने के लिए चले जाते हैं जिसे इस दौरान वह सिर्फ बुक्स पढ़ते हैं, सोचते रहते हैं, ओर अपने थॉट्स को लिखते हैं और सिर्फ खुद के साथ ही वक्त बिताते हैं और बिल गेट्स के अलावा भी कई लोग जैसे एथलीट, सेलिब्रिटी और हाई परफॉर्मेंस वाले लोग भी लोगों से दूर अकेले रहना पसंद करते हैं जिसे वह थिंक टाइम भी कहते हैं और ऐसा वह इसलिए करते हैं क्योंकि वह अकेले रहने की इंपोर्टेंस को समझते हैं। 

मगर क्यों अधिकतर लोग ऐसा नहीं कर पाते और क्यों कुछ लोग इसे सकारात्मक तरीके से देखने की वजह नकारात्मक तरीके से देखने लगते हैं।


ऐसा इसलिए होता है कि अगर हम अक्सर खाली समय अकेला बैठें तो हमारे दिमाग में नेगेटिव थॉट्स आने लगते हैं हमारा दिमाग इन्ही थॉट्स में उलझने लगता है और बजाय उन थॉट्स के बारे में सोचने के और सच्चाई को देखने के हम उनसे मुंह मोड़ लेते हैं फिर हम अपने मोबाइल में लग जाते हैं या फिर किसी से मिलने चले जाते हैं या फिर किसी को कॉल ही कर लेते हैं। तभी साथ खाना खाने और शॉपिंग करने जाने के लिए भी कोई ना कोई चाहिए ही होता है लेकिन अगर आप खुद की कंपनी इंजॉय करते हो और बोर नहीं होते तो इसका मतलब आप में जरूर कोई इंटरेस्टिंग बात है। 


पेरेंट्स फ्रेंड्स और आसपास के लोगों के ना समझने के कारण ही आज के यंग जनरेशन के लड़के हो या लड़कियां लगभग सभी बाहर एक्सेप्टेंस, लव और सपोर्ट ढूंढने लगते हैं जो कि उन्हें नहीं मिल रहा है इसीलिए कई बार वह ऐसे पार्टनर की तलाश करने लगते हैं जिससे वह अपने मन की बात शेयर कर सके वो उनकी खुशी और परेशानी दोनों को समझ सके लेकिन कभी-कभी हम इन मामलों में लकी भी निकलते हैं और हमें ऐसा पार्टनर मिल भी जाता है जो हमें सुनता है समझता है लेकिन कई बार हमें धोखा भी खाने को मिलता है या फिर वह रिलेशनशिप टूट जाती है जिससे कुछ लोग उभर जाते हैं और कुछ लोग उभर नहीं पाते जो कि एक गलत अप्रोच है।


आपको जिंदगी में खुश होने, स्ट्रांग फील करने या फिर खुद को समझने के लिए किसी और व्यक्ति की जरूरत नहीं है। आप अपने आप को 100% ठीक से समझते हो, खुद में खुश रहना जानते हो, तो अकेले भी मजबूत फील करते हो या फिर किसी के आने जाने से आपकी हैप्पीनेस कम नहीं होती। जो लोग खुद में कंप्लीट ना नहीं होते ओर ना ही कंप्लीट होने की हिम्मत रखते हैं वह खुद की डार्कनेस को फेस करने से तो बच जाते हैं लेकिन इसके बदले में उनका कॉन्फिडेंस और पोटेंशियल दोनों ही चले जाते हैं। ऐसे लोग ना सिर्फ दूसरों पर अपने डिसीजन और खुशी के लिए डिपेंड हो जाते हैं बल्कि अपनी जिंदगी का मीनिंग भी दूसरों की बातों और डिसीजन में ढूंढते रह जाते हैं।


लेकिन हम अकेले खुद के साथ वक्त कैसे बिताएं और बजाय दूसरों में एक्सेप्टेंस और प्यार खोजने की वजह हम खुद से प्यार करना कैसे सीखे?


खुद में खुश रहना और एकांत का आनंद लेने के तरीके


हमारी खुशियां हमारे हाथों में ही होती है क्योंकि अकेले पड़ जाना या फिर खुद की मर्जी से लोगों से दूरियां बनाना इन दोनों में ही अंतर होता है। अकेले पड़ जाना हमें नेगेटिविटी और सेडनेस देता है और वहीं खुद की मर्जी से लोगों से दूरियां बनाना हमें एकांत ओर mental clearity देता है और हमें हमारी ट्रू सेल्फ से मिलवाता है एकांत हमें दूसरों से दूर करने की स्ट्रेंथ में उस यात्रा पर ले जाता है जो बाहरी दुनिया में नहीं बल्कि हमारे अंदर की दुनिया में होती है और एकांत को प्रैक्टिस करते हुए आप खुद की कंपनी को कुछ इस प्रकार इंजॉय कर सकते हैं ।


आप सबसे पहले अपनी hobby को ढूंढो जो आपको सबसे ज्यादा करना पसंद है। हॉबी हम सबकी होती है चाहे वह लिखना हो, डांस करना हो या फिर गाना गाना हो, या पढ़ना हो या ट्रैवल करना हो या कुकिंग या जो कुछ भी जिसे हम बड़े होने के साथ-साथ कभी ना कभी उन्हें पीछे छोड़ देते हैं।

 लेकिन अगर आप अकेले हैं तो आप अपनी हॉबी को फिर से जगा सकते हैं यकीन मानिए इंसान जब अपने मन का काम करता है तो उसे अकेलापन महसूस नहीं होता बल्कि उसके मन में एक शांति रहती है अगर आप अभी अपनी लाइफ में दुखी महसूस कर रहे हो या आपको लगता है कि आपका कोई परपस नहीं है तो क्या पता आगे चलकर यही हॉबी आपका पेशन या फिर प्रोफेशन बन जाए या फिर प्रोफेशन ना भी बने तो आपको उसे करने में खुशी तो मिलेगी ही।


अगर आप चाहे तो कोई नहीं स्किल भी सीख सकते हैं उदाहरण के लिए पेंटिंग, फोटोग्राफी या फिर पियानो बजाना वीडियो एडिटिंग या फिर कोई सॉफ्टवेयर कोडिंग जो भी आपको अच्छा लगे जो भी आप सीखना चाहते थे और कभी उसके लिए आपको समय ही ना मिला हो आप खुद ही सोचो आप अपनी जिंदगी के समय का सबसे अच्छा उपयोग कैसे कर सकते हो क्या क्या चीजें आप कर सकते हो जो आप करना चाहते थे बजाए इस दुनिया के शोर में खोने के।

आप शांति से खुद के साथ वक्त बिता कर खुद के ट्रू सेल्फ की क्षमता को ढूंढ कर बाहर निकालो


susan Cain क्वाइट बुक की लेखक कहती हैं कि एकांत हमारी क्रिएटिविटी के लिए एक ऐसा इनग्रेडिएंट है जो हमेशा सही अंडररेटेड रहा है एकांत में इंसान स्वतंत्र होकर अपने आईडीयास पर काम कर पाता है एक साइंटिफिक रिसर्च में यह भी सामने आया कि अकेले रहने से एक पर्सन का माइंड काफी क्रिएटिव होता है और उसके आईडियाज काफी इनोवेटिव होते हैं।


अकेले रहने के फायदे


अकेले रहने और एकांत से आपकी रिलेशनशिप केवल खुद के साथ ही अच्छी नहीं होती बल्कि यह चीज आपकी फैमिली आपके फ्रेंड्स आपके आसपास के लोगों को भी प्रभावित करती है अगर आप खुद से और खुद में ही खुश रहते हो तो आपका खुद के साथ अच्छा रिलेशन आपके करियर में भी ग्रोथ करता है आपकी परफॉर्मेंस को भी बूस्ट करता है।


क्योंकि जैसा हमने कहा था कि एकांत आपको ज्यादा क्लेरिटी देता है और क्लेरिटी इन विजन और परपस की फर्स्ट स्टेप है।


आइए जानते हैं मोटिवेशनल स्पीकर रोबिन शर्मा का इस पर क्या कहना है रोबिन शर्मा कहते हैं कि वह हर रोज़ सुबह उठ कर अपनी आंखें बंद करके यह सोचते हैं कि वह किस तरह की जिंदगी बनाना चाहते हैं और उनका मानना है कि लोगों से भरा हुआ कमरा आपको कभी भी है यह सब सोचने नहीं देता है कि जो आप खुद के लिए एकांत में समय निकाल कर सोच पाते हैं। 


अगर आप खुद के सच को देखने से उसे महसूस करने से डरते हैं तभी आप अकेले रहने से दूर भागने लगते हैं क्योंकि जब आप अकेले रहते हैं तो आपकी सारी फिलिंग्स जिसे आप ingore करके आए हैं वह आपको फिर से फील होने लगती है यह फीलिंग अनकंफरटेबल होती है लेकिन यही फीलिंग आप की ग्रोथ भी करती है जब आप अपने दुख को महसूस करते हैं तभी आप उसको निकाल भी पाते हैं नहीं तो वह आपके अंदर ही छुपा बैठा रहता है अगर आप भी चाहते हैं कि आप कुछ अच्छा करें आप अच्छे से जिंदगी जिए तो आपके लिए यह सब जानना काफी जरूरी है।


अकेले रहने के नुकसान


● अकेलेपन से ग्रस्त व्यक्ति को डिप्रेशन होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। ऐसा कई शोधों में भी स्पष्ट हो चुका है। क्योंकि वो अपने मन के विचार जो वो किसी से शेयर नही कर पाता वो उसे लगातार चोट करते हुए मन पर गहरे घाव कर देते हैं।


● अकेलेपन की वजह से मानसिक रूप से भी बीमार होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। आगे चलकर उन्हें नींद न आने की समस्या हो सकती है।


● अकेले रहने वाला इंसान कुछ भी सीखने और समझने के लिए किताबो का सहारा लेता हैं जबकि साथ में रहते हुए आप बिना किसी उपाय के हर दिन कुछ नया सीख लेंगे।


● अकेले रहने वाला इंसान समाज से कट जाता हैं उसके अंदर की व्यवहारिकता खत्म होती जाती हैं और वो केबल सोशल साइट पर ही झूठ का जीवन जीने लगता हैं।


● अकेलेपन की वजह से मानसिक रूप से भी बीमार होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। अपनो से दूर जब दिल में एक कसक होती हैं कि कोई करीब हो तो हम सोशल साइटस का सहारा पकड़ लेते हैं और बहुत बार ऐसे रिश्ते हमें बड़े -बड़े सबक दे जाते हैं।


अकेले रहना सीखो शायरी


● अकेला रहना सीखो क्योंकि

आखिर तक कोई साथ देता नहीं है


● वो तुम्हारे नज़रिए से अकेलापन हो सकता है

पर मेरे नज़रिए से देखो वो मेरा सुकून है।


● एक चाहत होती है, जनाब अपनों के साथ जीने की,

वरना पता तो हमें भी है कि, ऊपर अकेले ही जाना है।


● उफ़, अकेलापन ये कितना बढ़ गया है

सबके मोबाइल में केवल सेल्फ़ियाँ हैं


● जब से समझाना खुद को आया है

हम औरों को मनाना भूल गए हैं


● एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक 

जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा।


● धोखे से डरते हैं इसीलिए आज भी अकेले रहते हैं।


● महफ़िल से दूर

मैं अकेला हो गया

सूना सूना मेरे लिए

हर मेला हो गया।


● खुद में काबलियत हो तो भरोसा कीजिये साहिब

सहारे कितने भी अच्छे जो साथ छोड़ जाते है।


खुद को जानने के लिए हमें एकांत में रहकर खुद को और खुद के थॉट्स को समझना और अपनी फीलिंग को कंट्रोल करना इंपॉर्टेंट है तो खुद के लिए समय निकालिए और देखिए कि एकांत में रहना आपको कितना पावरफुल बनाएगा।


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