लियोनेल मेसी work ethic हिंदी | Lionel Messi Work Ethic In Hindi

लियोनेल मेसी work ethic हिंदी | Lionel Messi Work Ethic In Hindi

लियोनेल मेसी work ethic हिंदी | Lionel Messi Work Ethic In Hindi

Lionel Messi Work Ethic In Hindi


la masia बार्सिलोना की यूथ फुटबॉल अकैडमी है। हर साल 6 – 8 साल के बच्चे इस अकैडमी में trail देने आते हैं ओर उनमे से सबसे बेहतरीन 200 बच्चों का सलेक्शन होता है।

मेसी को उनके खेल के कारण 13 साल की उम्र में la masia मैं प्रवेश मिला। एक इंटरव्यू में मेसी बताते हैं कि जब मैं नया-नया बार्सिलोना में आया तब हमारी टीम का मैनेजर प्लेयर्स से कहता है कि जो नया नया लड़का बाहर (अर्जेंटीना) से आया है उसे यहां रुकने मत देना और मैनेजर की यह बात एक साथी ने मुझे बताई। मेसी कहते हैं कि मैं डर छुपाने के लिए हंसने लगा मेसी इतने समझदार थे कि उन्होंने इस बात का जिक्र किसी से नहीं किया फिर मेसी से एक इंटरव्यू में यह पूछा गया कि इसके बाद क्या आप ड्रेसिंग रूम में स्पेन के स्थानीय प्लेयर्स के साथ एडजस्ट हो पाए? 


तब मेसी कहते हैं कि सिर्फ ड्रेसिंग रूम में ही नहीं प्रैक्टिस के दौरान भी प्लेयर्स मुझे लात मारते और ball pass नहीं करते थे टीम के प्लेयर्स मेरे साथ prank करते और कोई गलती हो जाए तो मुझ पर खूब चिल्लाते थे। मेसी कहते हैं कि ऐसा हर जगह होता है लोग चाहते हैं कि नया प्लेयर चला जाए क्योंकि वह उनके किसी दोस्त की जगह पर आया है। नए प्लेयर को दबाने की कोशिश की जाती है मेसी कहते हैं कि इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता पर एक बार आप la masia के अंदर पहुंचे फिर अच्छे खिलाड़ी को वहां से हटाया नहीं जा सकता।


शुरुआत में बार्सिलोना के प्लेयर्स समझते थे की लियोनेल मेसी मूक हैं कुछ बोलते नहीं। क्योंकि लियोनेल मेसी खूब कम ही बोलते थे। यह समय उनके लिए कठिन था यह देश उनके लिए नया था। उनका परिवार अर्जेंटीना में रहता था। और वह यहां स्पेन में अपने पिता के साथ रहते थे। इतना ही नहीं पिछले 3 साल छोटे मेसी के लिए बहुत कठिन रहे।


“जब तक यह इंजेक्शन तुम्हें नहीं लगेगा तब तक तुम 1 सेंटीमीटर भी और लंबे नहीं हो पाओगे”


10 साल के मेसी डॉक्टर के ऑफिस में बैठकर चुपचाप यह सुन रहे थे उन्हें एक महंगी बीमारी थी जिसमें दिमाग का pituitary gland ग्रोथ हार्मोन छोड़ना बंद कर देता है। जिसके कारण पूरे शरीर का विकास रुक जाता है ।


मेसी के अंदर प्रतिभा और मेहनत छोटी उम्र से दिखने लगी थी लेकिन चार साढ़े 4 फुट के बाद उनकी लंबाई बढ़ना बंद हो गई थी। उनके पिता फैक्ट्री वर्कर थे और उनकी मां क्लीनर का काम करती थी। 2 महीने के $900 डॉलर के इंजेक्शन आज के समय के ₹70000 का खर्चा उनके बस का नहीं था। यह वह समय था जब अर्जेंटीना आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इसीलिए कोई क्लब किसी बच्चे पर इतने पैसे लगाने को तैयार नहीं था। अभी जैसे तैसे इंश्योरेंस के पैसों से इलाज चल रहा था, अब परिवार में सब को लगने लगा था कि मेसी का प्रोफेशनल खेलने का सपना अधूरा रह जाएगा, केवल एक शख्स को छोड़कर उनकी दादी को मेसी पर बहुत भरोसा था वह छोटे मेसी कि हर प्रैक्टिस और हर मैच देखने जाती थीं।


फिर 11 साल की उम्र में मेसी को दूसरा झटका लगा जब उनकी दादी उन्हें छोड़ कर चली गई। लेकिन उनकी दादी ने लियोनेल मेसी के लिए सबसे अच्छा काम कर दिया था उन्होंने लियो के अंदर सेल्फ बिलीफ़ का बीज बो दिया था वह छोटे मेसी को बार-बार याद दिलाती कि तुम स्पेशल हो 1 दिन महान खिलाड़ी बनोगे।


दोस्तों जो हमारा बिलीफ सिस्टम होता है, हम जिन बातों पर हम यकीन कर बैठते हैं हम वैसी ही हरकतें करने लगते हैं। जब 13 साल के मेसी को बार्सिलोना क्लब में दिक्कतें आई तो वह डरे नहीं, ओर न ही वहां से भागे क्योंकि उनके अंदर यह बैठा हुआ था कि मैं फुटबॉल में सबसे अच्छा खिलाड़ी बन सकता हूं मेसी कहते हैं कि जिन लोगों को अपने सपनों पर विश्वास होता है वह उसके लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनके सपने हर हाल में सच होंगे। इसीलिए वह किसी भी प्रकार की कसर नहीं छोड़ते। आप भी विजुलाइजेशन, ऑटो सजेशन, रिपीटेशन से अपनी इच्छा को यकीन में बदलें कि; आई एम कंप्लीट में अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए सक्षम हूं तभी जाकर आप बेझिझक होकर अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।


अगली बात जो मेसी के अंदर बैठी है कि इंप्रूवमेंट इस ऑलवेज पॉसिबल एक इंटरव्यू में जब मेसी से पूछा गया कि कौन सी बात है जो आपको दुनिया का सबसे बेहतरीन प्लेयर बनाती है वह कहते हैं my desire to always get better मुझे लगता है कि मैं हमेशा बेहतर खेल सकता हूं। और ऐसा करने के लिए मैं हमेशा अपनी खूबी और कमी स्वीकार करता हूं।


2004 में एफ सी बार्सिलोना से डेब्यू करने के बाद भी मेसी को बचपन की बीमारी परेशान कर रही थी स्टेमिना और मसल मास की कमी के कारण वह केवल 30 मिनट तक ही गेम खेल पा रहे थे। लेकिन प्रोफेशनल खेलने के बाद खिलाड़ी ग्रोथ हार्मोन नहीं ले सकते फिर 1 साल मेसी ने अपनी फिटनेस पर काम किया और 2005 में पूरा गेम खेलने लगे फिटनेस में सुधार आने के बाद 2005 में ही अर्जेंटीना के साथ उन्होंने youth World Championship जीती इसके बाद साल दर साल मेसी का गेम बेहतर से बेहतरीन होता गया।


जब मेसी से पूछा गया कि आप खुद फुटबॉल के यंग खिलाड़ियों को क्या एडवाइज देना चाहेंगे? तब मेसी कहते हैं कि अगर आप कुछ करना चाहते हैं तो हर परिस्थिति हर दिन हर मिनट का लाभ उठाएं क्योंकि मौके इतनी आसानी से नहीं मिलते हैं लोग कहते हैं कि ट्राई करेंगे, या करके देखेंगे मेसी कहते हैं मुझे कोई डाउट नहीं होता मैं करूंगा या नहीं मुझे यकीन है कि मैं हमेशा सौ परसेंट देता हूं। अगर मेसी के अंदर यह विश्वास नहीं होता तो वह अपनी कमजोरी को ताकत में नहीं बदल पाते आज मेसी शानदार गोल स्कोरर और क्रिएटिव प्लेमेकर के रूप में जाने जाते हैं वह गेम में गोल के अवसर बनाते हैं और टीमों में अपने साथियों की सहायता करते हैं। मेसी यह सब इसलिए कर पाते हैं क्योंकि ball पर उनका करीबी कंट्रोल है।


मेसी कहते हैं कि कभी पैसे के पीछे मत भागो यह आपकी काबिलियत का बाय प्रोडक्ट मात्र है असली जीत तो आप की प्रोग्रेस से होती है मेसी कहते हैं अगर में प्रोफेशनल फुटबॉलर ना होता तो शायद मैं फ्री में खेलता क्योंकि ना तो पैसे मुझे इंस्पायर करते हैं और ना ही ज्यादा पैसे मुझे अच्छा प्लेयर बनाते। जब ball कंट्रोल में होती है, मैदान पर तेज दौड़ता हूं तो अच्छा लगता है मुझे खेल से प्यार है और इसी से मुझे प्रेरणा मिलती है।


इस पूरी पोस्ट से कुछ बिलीफ सिस्टम जो आपको अपनी जिंदगी में उतारना चाहिए।


● हमारे अंदर यह दृढ़ विश्वास होना चाहिए कि हम अपने लक्ष्य के लिए संपूर्ण है तभी हम अपने लक्ष्य पर बेझिझक होकर पूरा ध्यान और शक्ति लगा पाएंगे।


● improvement is always possible जब यह बात आपके अंदर अच्छे से बैठ जाती है तब आप अपनी कमी और खूबी दोनों को बिना ego के स्वीकार कर लेते हैं और उस पर काम कर सकते हैं।


● I am 100% मेसी कहते हैं कि it’s certain I will be 100% यहां कोशिश करेंगे, देखते हैं, जैसी कोई गुंजाइश नहीं है आप जो भी करते हो पूरी शक्ति के साथ करते हो तभी आप हर मिनट हर परिस्थिति से सीखते रहते हो।


● कला से और प्रोसेस से प्यार जरूरी है इसी विश्वास से काबिलियत पैदा होती है और सफलता मिलती है अगर आपको प्रोसेस से प्यार नहीं है तो आप हमेशा डिस्ट्रैक्टेड रहेंगे और चमकदार चीजों के पीछे भागते रहेंगे।