10 परीक्षाओं में सफलता नहीं मिली तो निराश हुईं फिर भी हिम्मत नहीं हारी अब बनीं IFS ऑफिसर

भारत में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा एक बहुत ही मुश्किल परीक्षा है, जिसमें हर साल आईएएस, आईपीएस और आईएफएस जैसे उच्च स्तर के पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जाता है। इशिता भाटिया ने इस परीक्षा को अपने जज्बे और लगन से पार किया। उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए कभी भी खुद को मायूस नहीं होने दिया। उन्होंने कई बार असफलता का सामना किया, लेकिन उन्होंने अपनी तैयारी में कोई कमी नहीं छोड़ी।

उन्होंने सिर्फ 24 साल की उम्र में साल 2022 में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करके आईएफएस (भारतीय वन सेवा) का पद प्राप्त किया। इशिता भाटिया की यह कहानी उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है, जो यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं या करने का इरादा रखते हैं।

Ifs Ishita Bhatia success story in Hindi

इशिता भाटिया, जो हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में रहती हैं, ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर अपना पोस्ट डाला, जिसमें उन्होंने अपनी असफलताओं का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि वे आज 24 साल की होकर आईएफएस ऑफिसर बन गई हैं, पर यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें कई परीक्षाओं में नाकाम होना पड़ा।

उन परीक्षाओं में से कुछ हैं –

2019-2020 यूपीएससी प्री,

2020 आरबीआई ग्रेड बी,

2020 यूपीएससी सीएपीएफ,

2020 यूपीएससी सीडीएस (जिसका साक्षात्कार उन्होंने छोड़ दिया था),

2021 ईसीजीसी पीओ,

2021 इंटेलिजेंस ब्यूरो,

2021 एएआई एटीसी,

2021 एचपीपीएससी प्री,

2021 CAT। इन सभी परीक्षाओं में वे दो साल के अंदर ही शामिल हुई थीं और असफल रहीं।

उसकी सबसे बड़ी खूबी यह थी कि वह इन परीक्षाओं में नाकाम होने पर भी हिम्मत नहीं हारी और अपने कमजोरियों को दूर करते हुए लगातार मेहनत करती रही। जब वह सीएसई 2021 परीक्षा में एक ही अंक से रह गई, तब वह बहुत उदास हुई थी। उसके बाद वह कुछ समय तक मनोविकार में डूबी रही और उसका परिवार भी उसका साथ देता रहा। उसने दोबारा तैयारी करना शुरू किया और अपने पहले ही प्रयत्न में यूपीएसएसी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली। इशिता का मानना है कि परीक्षा में भाग लेना जरूरी है, चाहे वह फेल हो या पास… इससे आपकी तैयारी बेहतर होगी और आप किसी भी परीक्षा के लिए एक समझदार योजना बना पाएंगे।

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