मुरारी बापू के अनमोल सुविचार | Morari Bapu ke Anamol Vachan
मुरारी बापू के अनमोल वचन, सुविचार | Morari Bapu Quotes In Hindi
1.) भगवान हमको दिखाई नहीं देता इसलिए वह मूल्यवान है।
– मुरारी बापू
2.) भगवत भक्ति के बिना मोक्ष सुख टिकता नहीं।
– मुरारी बापू
3.) पत्नी का अर्थ होता है जो पति को पतन होने से बचाए और नारी का अर्थ है न अरि। अर्थात जो आपका दुश्मन नहीं है।
– मुरारी बापू
4.) जिसे कुछ भी नहीं चाहिए उसे मिलने में कुछ बाकी नहीं रहता यही नियम है।
– मुरारी बापू
5.) हरि नाम साधु संग और स्वयं राम चरित मानस।
कुछ बिमारियो से मुक्त हो कर मोक्ष पाने का उपाय है।
– मुरारी बापू
6.) भक्ति एक तकनीक है, भजन के भव्य महल में प्रवेश करने के लिये एक विधि है।
– मुरारी बापू
7.) हमारे अन्दर के लोह तत्व को मजबूत रखने के लिए तीन चीजे दी गयी हैं संयम, तप और श्रम।
– मुरारी बापू
8.) कभी किसी दूसरे की तरह बनने की कोशिश मत करो। हर व्यक्ति की अपनी अपनी पहचान होती हैं।
– मुरारी बापू
9.) फूल एकांत में खिलता है व्यक्ति के अंतःकरण का फूल भी एकांत में खिलता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपना एकांत संभालना चाहिए।
– मुरारी बापू
10.) असफल होना गुनाह नहीं है बल्कि सफलता के लिए उत्साह न होना गुनाह है।
– मुरारी बापू
11.) जगत को प्रभावित करना आसान है,
जगत को प्रकाशित करना बहुत मुश्किल है।
– मुरारी बापू
12.) जिसके साथ साधु है, उसे स्वर्ग की क्या जरूरत है।
– मुरारी बापू
13.) चिंता करने वाला आदमी धार्मिक नहीं होता, धार्मिक आदमी कभी चिंता नहीं करता, अगर चिंता करे तो समझना धार्मिक कपड़ो मे अधार्मिक छिपा है।
– मुरारी बापू
14.) एवरेष्ट को पाने के लिये स्पर्धा चाहिये।
कैलाश को पाने के लिये श्रद्धा चाहिये।
– मुरारी बापू
15.) तुम ने पाया है तो तुम अपने सदभाग को बाटो।
तुम्हारे सुख में सब का भाग है।
– मुरारी बापू
16.) आदमी का भीतरी खालीपन केवल दो चीजो से भरा जा सकता है: प्रेम से और त्याग से।
– मुरारी बापू
17.) सत्य बौद्धिक नहीं होना चाहिए
बल्कि सत्य हार्दिक होना चाहिए।
– मुरारी बापू
18.) मोक्ष के लिये मरने की जरुरत नहीं,
बहुत सावधानी से जीने की जरुरत है।
– मुरारी बापू
19.) इन्सान मृत्यु से नहीं मरता, भय से मरता हैं।
– मुरारी बापू
20.) मोक्ष दो अक्षर का शब्द में मो का अर्थ मोह और मोक्ष का अर्थ क्षय नाश हो जाना। हमारे जीवन में धीरे धीरे मोह का नाश हो जाये कम हो जाये। उसी को मोक्ष कहते है।
– मुरारी बापू
21.) गणित ठीक से सिखा नहीं मगर इतना मालूम हैं
कि खुशियां बांटने से बढती हैं।
– मुरारी बापू
22.) अगर कोई पूछे, सत्य की व्याख्या करो, तो शांत रहो. यह है सत्य की व्याख्या।
अगर कोई पूछे, प्रेम की व्याख्या करो, तो थोडा मुस्करा दो. यह है प्रेम की व्याख्या।
अगर कोई कहे, करुना की व्याख्या करो, आंख मे थोड़ी सी भिनाश (नमी) यह है करुना की व्याख्या।
– मुरारी बापू
23.) पांच वस्तु की मात्रा कम होने लगे तो समझना मोक्ष आ रहा है।
वस्तु – बहुत सी वस्तुओ से आसक्ति कम होने लगे।
वसु – धन संग्रह की वृति कम होने लगे।
विषय – विषयो के प्रति धीरे धीरे उदासीनता आये।
व्यक्ति – एकान्त में सुख मिलने लगे।
विचार – विचार कम होने लगे।
– मुरारी बापू
24.) अगर कोई खोजना है, आप अपनी चिंता करने वाला खोजिए। आप का उपयोग करने वाले तो आपको खोज ही लेंगे।।
– मुरारी बापू
25.) अगर आपका लक्ष्य बड़ा हो और उस पर हंसने वाले कोई न हो। तो समझना की अभी आपका लक्ष्य बहुत छोटा है।
– मुरारी बापू
26.) आनंद की अंतिम सीमा आंसू है।
– मुरारी बापू
27.) भाग जाना बहुत ही आसान है
पर जाग जाना बहुत कठिन है।
आप भागो मत बल्कि जागो।
– मुरारी बापू
28.) झूठ बोलकर जीत जाने से बेहतर सच बोलकर हार जाना।
– मुरारी बापू
29.) निष्फ़ल होना गुनाह नहीं।
निरुत्साहित होना गुनाह है।
– मुरारी बापू
30.) आनेवाले कल में आपके पास ज्यादा समय होगा,
यह अपके जीवन का सबसे बडाँ भ्रम है।
– मुरारी बापू
31.) मोक्ष मन की स्थिति है और मन को बोध होगा
भागवत कथा से और जब मन को बोध होगा
तब कोई भी घटना विचलित नहीं करेगी।
– मुरारी बापू
32.) कृपा और दया पदार्थ के रुप में नहीं आती,
किसी के वचन का रुप लेकर आती है।
– मुरारी बापू
33.) हम सच बोलकर सच्चे नहीं हो सकते,
अच्छा बोलने से अच्छे नहीं हो सकते,
ह्रदय की हद बढानी पड़ती है,
केवल दाढ़ी बढानें से साधु नहीं बन सकते।
– मुरारी बापू
34.) मोक्ष कोई भूमि नहीं है, एक भूमिका है।
इसका तालुक मन से है, एक मन से जुडी स्थिति है।
– मुरारी बापू
35.) जरूरी नहीं कि हर रिश्ते का अंत लड़ाई ही हो,
कुछ रिश्ते किसी के ख़ुशी के लिए भी छोड़ने पड़ते हैं।
– मुरारी बापू
36.) प्रामाणिक प्रेम प्रसन्नता की जननी है।
– मुरारी बापू
37.) मकान दीवारों से बनता है और घर दिल से बनता है।
– मुरारी बापू
38.) अपने विचारों का दान करना सबसे बड़ा दान है।
– मुरारी बापू