20+ कस्तूरबा गांधी के अनमोल विचार | Kasturba Gandhi Quotes In Hindi

20+ कस्तूरबा गांधी के अनमोल विचार | Kasturba Gandhi Quotes In Hindi


कस्तूरबा गांधी के अनमोल विचार | Kasturba Gandhi Quotes In Hindi

कस्तूरबा गांधी के अनमोल विचार | Kasturba Gandhi Quotes In Hindi


1.) जब कभी तुम्हारे पास सत्य हो, तो उसे प्रेम से देना चाहिए, नहीं तो सन्देश और सन्देशवाहक को ठुकरा दिया जाएगा।


– कस्तुरबा गांधी


2.) जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।


– कस्तुरबा गांधी


3.) सत्य कभी भी ऐसे काम को नुकसान नहीं पहुचाता जो उचित हो।


– कस्तुरबा गांधी


4.) मेरा जीवन मेरा संदेश है


– कस्तुरबा गांधी


5.) अपने आप को जानने के लिए सबसे अच्छा तरीका है दुसरो की सेवा करना।


– कस्तुरबा गांधी


6.) जीवन की गति बढाने के अलावा जीवन में और भी बहुत कुछ बाकि है।


– कस्तुरबा गांधी


7.) कमज़ोर कभी माफ नहीं कर सकते। क्षमा ताकतवर की विशेषता है।


– कस्तुरबा गांधी


8.) हमें वो बदलाव बनना चाहिए जो हम देखना चाहते हैं।


– कस्तुरबा गांधी


9.).प्यार की शक्ति में सजा की शक्ति से हजारो गुना ज्यादा शक्ति होती है ।


– कस्तुरबा गांधी


10.) जी भर के जीयें। इस तरह से सीखिए जैसे कि आपको यहां हमेशा रहना है।


– कस्तुरबा गांधी



11.) औरत का सबसे अच्छा आभूषण उसका चरित्र और पवित्रता होती है।


– कस्तुरबा गांधी


12.) शक्ति दो प्रकार का होता है पहली सज़ा का डर और दूसरी प्रेम की कला से. प्यार पर आधारित सकती हज़ार गुना ज़्यादा कारगर और स्थाई है. सज़ा के डर के तुलना मे।


– कस्तुरबा गांधी


13.) गुस्से पर सिर्फ प्यार से ही काबू पाया जा सकता है और कुछ से भी नहीं।


– कस्तुरबा गांधी


14.) आपकी आज्ञा के बिना आपको  कोई नुकशान नहीं पंहुचा सकता।


– कस्तुरबा गांधी


15.) खुशी तब होती है जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं उसमें सामंजस्य हो।


– कस्तुरबा गांधी


16.) जहाँ प्यार है, वहाँ जीवन है।


– कस्तुरबा गांधी


17.) अच्छा काम करने से इंसान को अच्छी मंजिल प्राप्त होती है।


– कस्तुरबा गांधी


18.) विश्वास कोई ढूढने और बटोरने की चीज नहीं है यह तो विकसित करने की क्रिया है।


– कस्तुरबा गांधी


19.) अंतरात्मा सबके अन्दर होती है जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन सकता है।


– कस्तुरबा गांधी


20.) आदमी अपने  चरित्र से महान बनता है ना की अपनी शक्ल और सूरत से।


– कस्तुरबा गांधी


21.) जो आत्मविस्वास रखता है, वो ईश्वर पर विश्वास रखता है।


– कस्तुरबा गांधी