गरीब लड़का और भगवान बुद्ध हिंदी कहानी – lord buddha moral story in hindi
एक गरीब लड़का था वह हर रोज कहीं ना कहीं से खाना इकट्ठा करता था। पर हर रोज उसका खाना गायब हो जाता था। एक दिन उसे से पता चला कि एक चूहा उसका खाना चुराता है तो उसने उस चूहे को पकड़ा और कहा कि तू हर रोज मेरा खाना क्यों चुराता है, किसी अमीर का क्यों नहीं चुराता? चूहा बोला कि तेरी किस्मत में जो चीजें लिखी है वही मिलेगा, चूहे ने कहा;- अगर तुझे जानना ही है कि तेरी किस्मत में क्या लिखा है तो तुझे भगवान बुद्ध के पास जाना पड़ेगा।
लड़का भगवान बुद्ध से मिलने के लिए निकल पड़ा। रास्ते में उसने एक हवेली देखी तो उसने हवेली में जाकर वहां एक रात रुकने के लिए इजाजत मांगी। हवेली वालों ने पूछा कि वह इतनी रात को कहां जा रहा है? तो उसने कहा कि बुद्ध के पास जा रहा हूं अपनी किस्मत के बारे में पूछने के लिए। हवेली वालों ने उससे बोला कि तुम भगवान बुद्ध से हमारा सवाल भी पूछोगे, हमारी 16 साल की लड़की है जो बोल नहीं सकती हैं तो क्या करें जिससे इसकी आवाज आए। तो उस लड़के ने कहा जरूर पूछूंगा और सुबह होने पर वह वहां से निकल गया। रास्ते में बहुत बड़े-बड़े बर्फ के पहाड़ थे वह बड़ी मुश्किल से पहाड़ पर चढ़ा उसे वहां एक जादूगर मिला उसने भी अपना एक सवाल भगवान बुद्ध से पूछने को कहा। मैं हजारों साल से स्वर्ग में जाने के लिए तपस्या कर रहा हूं अब और क्या करूं? जादूगर ने जादू की छड़ी से उस लड़के को बर्फ के पहाड़ के उस पार पहुंचा दिया आगे चलने पर वहां एक बहुत बड़ी नदी थी वहां उसकी मुलाकात विशालकाय कछुए से हुई कछुए ने भी उससे अपना एक सवाल पूछने के लिए कहा। मैं 500 सालों से ड्रेगर बनने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन अभी तक नहीं बन पाया तो अब मैं क्या करूं?
आखिरकार लड़का भगवान बुद्ध के पास पहुंच गया वहां बहुत सारे लोग थे भगवान बुद्ध ने कहा कि मैं एक व्यक्ति के केवल 3 सवालों के जवाब दूंगा। लड़का चिंता में आ गया उसे तो 4 सवाल पूछने थे। उसने सोचा कछुआ 500 सालों से ड्रेगर बनने की कोशिश कर रहा है, जादूगर 1000 साल से स्वर्ग में जाने के लिए तपस्या कर रहा है, और वह लड़की बिना बोले कैसे पूरी जिंदगी निकाल सकती है जबकि मैं तो सिर्फ गरीब हूं। अब लड़के ने अपना सवाल छोड़ बाकी के तीन सवाल पूछ लिए। लड़के ने उन तीनों सवालों को भगवान बुद्ध से पूछा तो भगवान बुद्ध ने जवाब दिया की कछुआ जब तक अपने कवच को नहीं छोड़ेगा वह तब तक ड्रैगर नहीं बन पाएगा, जादूगर जब तक अपनी छड़ी नहीं छोड़ेगा वह स्वर्ग में नहीं जा पाएगा, लड़की को जब तक उसका जीवन साथी नहीं मिलेगा वह तब तक बोल नहीं पाएगी।
लड़का वापस कछुए के पास आया। कछुए ने जैसे ही कवच निकाला उसके पास कुछ मोती निकले कछुए ने लड़के को वह सारे मोती दे दिये और वह ड्रेगर बन गया। फिर वह लड़का जादूगर के पास गया। जादूगर ने अपनी छड़ी लड़के को दे दी और वह स्वर्ग में चला गया। उसके बाद वह लड़का उसी हवेली में गया और उस हवेली में वह लड़की अचानक सामने आई और बोलने लगी कि “उस रात हमारी हवेली पर तुम ही आए थे ना” और इस तरह लड़के को पैसा, शक्ति और खूबसूरत जीवन साथी मिल गई।
कहानी से मिली सीख
जीवन में कुछ पाने के लिए कुछ देना पड़ता है वैसे ही जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए अपने कंफर्ट जोन से बाहर आना पड़ता है। जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए रिस्क तो लेना ही पड़ेगा, सोचिए क्या आपकी समस्या अन्य कई लोगों के सामने छोटी नहीं है? आपके पास जितना है कई लोगों के पास तो उतना भी नहीं है। यही जीवन का सार है।