स्टीफेन हॉकिंग की इंस्पिरेशनल स्पीच | Stephen Hawking inspirational speech in hindi

स्टीफेन हॉकिंग की इंस्पिरेशनल स्पीच – Stephen Hawking inspirational speech in hindi


स्टीफेन हॉकिंग की इंस्पिरेशनल स्पीच - Stephen Hawking inspirational speech in hindi


महान भौतिक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने जीवन के 50 साल व्हीलचेयर पर गुजारे इसी दौरान उन्होंने जीवन के महत्वपूर्ण शोध कार्यों को अंजाम दिया 2018 में उनका निधन हुआ उनकी महत्वपूर्ण स्पीच में से एक यहां उनके द्वारा कही गई कुछ बातें बताई जा रही हैं वह हमेशा कहा करते थे;


जहां जीवन है… यकीन रखिए वहां उम्मीद भी है.!


मुझे कम उम्र में ही एहसास हो गया था कि मेरे शरीर के साथ सब कुछ सही नहीं है मैं बार-बार गिरता और फिर दोबारा उठकर खड़े होने में मुझे काफी मुश्किल होती। परिवार को भी यह बहुत अजीब लगा। मां ने सोचा शायद कुछ गलत चल रहा है और वह मुझे एक डॉक्टर के पास ले गई उस अस्पताल में मैंने कई हफ्ते गुजारे और मेरी समस्या की वजह जानने कई प्रकार के मेरे टेस्ट भी हुए। उन्होंने कभी भी मुझे सच नहीं बताया कि मुझे क्या हुआ है, पर फिर भी मैं महसूस कर पा रहा था कि यह काफी बुरा अनुभव है यहां तक कि जिस डॉक्टर ने मेरा इलाज करना शुरू किया उसने आगे मेरा इलाज करने से मना कर दिया। उसके बाद मैंने उस डॉक्टर को कभी देखा उन्हें लगा कि अब कुछ भी करने लायक नहीं बचा है जीवन में पहली बार मैं डिप्रैस हुआ।


अब मुझे वाकई लग रहा था कि बहुत तेजी से मेरी हेल्थ गिर रही है मेरा शरीर मेरे दिमाग का साथ छोड़ रहा था। मेरी पीएचडी पर काम करने का कोई मतलब भी समझ नहीं आ रहा था क्योंकि मुझे खुद पता ही नहीं था कि मैं इसे अपने जीवन में पूरा कर भी पाऊंगा या नहीं। इसी तरह के विचार संभवत किसी भी व्यक्ति को जीवन में पीछे धकेलने के लिए काफी थे। बहरहाल में अपने जीवन के पसंदीदा विषय कॉस्मोलॉजी पढ़ने के लिए कैंब्रिज आया और कॉस्मोलॉजी पढ़ने के लिए मेरी इच्छा शक्ति बेहद मजबूत थी। इस यात्रा की मेरी शुरुआत भी बहुत अच्छी रही। एक वक्त आया जब मेरी हेल्थ कंडीशन बिगड़नी धीरे-धीरे कम हो गई और मैंने अपने काम में प्रगति करनी शुरू कर दी।



मैंने कोई खास उम्मीद नहीं रखी थी हालांकि जीवन के प्रति में ना उम्मीद भी नहीं था इसीलिए मेरे लिए हर एक दिन एक बोनस की तरह था और मेरे पास मौजूद हर एक चीज की मैं सराहना करने लगा, जो है उस पर खुश रहने लगा। एक युवा महिला जेम्स जिससे मैं पार्टी में मिला था उस से मेरी मुलाकात हुई। चीजों में खुद को व्यस्त रखने से जीवन के प्रति उत्साह बढ़ता गया और मुझे एहसास हुआ कि जहां जीवन है वहां उम्मीद भी है । भविष्य के लिए कई महत्वकांक्षी प्रयोग किए जाने की योजना है  हम अरबों गैलेक्सी की स्थितियों का सटीक पता लगाएंगे और अंतरिक्ष में अपनी स्थिति को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे लेकिन हमें मानवता के भविष्य के खातिर अंतरिक्ष में जाना जारी रखना चाहिए मुझे नहीं लगता कि अपने इस मौजूदा गृह के परे जाए बिना हम यहां 1000 साल गुजार पाएंगे।


मेरी सलाह विकलांग लोगों से है कि हमेशा जो आप करना चाहते हैं, उसपर ध्यान लगाएं, आपकी अपंगता आपको कभी बेहतर करने से नहीं रोक सकती. कभी अपनी स्थिति पर अफसोस मत करिए. अपने जोश को कम मत होने दीजिए.



सिद्धांतक भौतिकी में अनुसंधान करते हुए जिंदगी बिताने का मेरा शानदार समय रहा यह तथ्य कि हम मनुष्य जो खुद प्रकृति के मूलभूत कणों से मिलकर बने हैं हमें नियंत्रित करने वाले कानूनों को समझने में सक्षम हुए हैं और हमारा अंतरिक्ष एक महान जीत की तरह है मुझे खुशी है कि मैंने इसमें अपना थोड़ा सा योगदान दिया है मैं इस खोज के बारे में अपने उत्साह को साझा करना चाहता हूं इसलिए याद रखे कि हमेशा सितारों की और देखेंगे ना की झुक कर अपने पैरों की ओर जो भी आप देखते हैं उसे समझने की कोशिश करें और इस बात पर आश्चर्य करें कि कौन सी चीज इस ब्रह्मांड को अस्तित्व में रखे हैं।


उत्साही और उत्सुक बने रहें और जब भी जीवन मुश्किल लगे तो वहां हमेशा कुछ ना कुछ ऐसा होगा जो आप कर सकते हैं और उसमें सफलता भी हासिल कर सकते हैं।


मायने यह रखता है कि आप जीवन की परेशानियों को देखकर सिर्फ हथियार ना डाल दे। जीवन में हमेशा उम्मीद रखें मैं फिर से दोहराता हूं जहां जीवन है… यकीन मानिए वहां उम्मीद भी है.!