सेल्फ हेल्प किस तरह से कर सकते हैं – Self help in hindi
आत्मविश्वास
आप खुद को जितना ज्यादा पसंद करेंगे किसी भी काम में आपका प्रदर्शन उतना ही ज्यादा अच्छा होगा, “लो ऑफ रिवर्सिबिलिटी” की माने तो आप जितना ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करेंगे उतना ही खुद को पसंद करेंगे। आपका अपने प्रति सम्मान आपके व्यक्तित्व का प्रमुख हिस्सा है। खुद को जितना ज्यादा पसंद करेंगे खुद के लिए उतना ही बड़े लक्ष्य निर्धारित करेंगे और उन्हें हासिल करने के लिए ज्यादा प्रयास करेंगे।
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प्रेरणा
यदि आप लोगों के काम की प्रशंसा करते हैं तो आप उन्हें ज्यादा काम के लिए प्रेरित करते हैं लेकिन यदि आप लोगों की हर कोशिश पर उनकी आलोचना करते हैं तो वह कोशिश करना छोड़ देंगे। यदि आपको आलोचना करनी है तो कार्य की आलोचना करें। तुम खराब हो के बजाय यह कहे कि तुमने जो किया है वह खराब था। हर वक्त तारीफ करेंगे तो लोग अहंकारी बन जाएंगे। इसलिए केवल विशिष्ट कार्यों की ही प्रशंसा करें, लोगों की मेहनत और उससे मिले परिणाम की प्रशंसा करें।
व्यक्तित्व
स्कॉटिश फिलॉस्फर डेविड ह्यूम की फिलॉसफी के अनुसार इंसान जब दुनिया में आता है तो उसके पास सोच के तौर पर और कुछ नहीं होता। बच्चे का दिमाग कोरी स्लेट की तरह होता है, जिस पर लोग अपनी छाप छोड़ते हैं। बड़ा होने के दौरान वह जो सीखता है या महसूस करता है, वयस्क अवस्था इन्हीं बातों का निचोड़ है। एक व्यस्क जो भी करता या बनता है वह उसके बड़े होने की प्रक्रिया का परिणाम होता है, जैसा कि अरस्तू ने लिखा है “आप जैसा देखते हैं सुनते व पाते हैं वैसे ही आप बनते हैं और बोलते हैं”
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व्यवहार
दूसरों के प्रति नकारात्मक भावनाएं इसलिए आती है क्योंकि हमने माफ करने की ताकत गवा दी है। हमेशा निश्चिंत रहना चाहते हैं तो हर उस व्यक्ति को माफ करें जिसने आप को नुकसान पहुंचाया है। किसी को माफ करके आप खुद को आजाद करते हैं। कल्पना कीजिए कि आप सकारात्मक आशावादी और उल्लासित हैं और आपके आत्मविश्वास की कोई सीमा नहीं है। यह तभी संभव है जब आत्मविश्वास आदत बन जाए, माफ ना करने से नकारात्मकता, गुस्सा, तनाव और बेचैनी तो बढ़ेगी ही और अप्रसन्नता भी होगी।
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