निर्मला सीतारमण का जीवन परिचय | Nirmala Sitharaman Biography in hindi

निर्मला सीतारमण जीवन परिचय ( Nirmala Sitharaman Biography in Hindi) (education, age, husband, cast, news)

निर्मला सीतारमण एक प्रमुख व्यक्ति हैं जो भारतीय राजनीति में एक प्रमुख रूप से शामिल हैं 2014 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबंधन की जीत के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपने कैबिनेट का हिस्सा बनाया।

उनका सामूहिक योगदान केवल प्रधानमंत्री के स्थान पर ही सीमित नहीं है, बल्कि वह भा.ज.पा. की प्रवक्ता के पद पर भी हैं, जिससे उन्हें विभिन्न टीवी चैनलों के डिबेट में पार्टी के पक्ष से बोलते हुए देखा गया है। वह तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली से हैं और उन्होंने 2014 में रक्षा मंत्री के रूप में अपने कार्यभारों को बहुत योग्यता और सफलता के साथ संभाला।

वर्तमान समय में, 2019 में उन्हें वित्त मंत्रालय की कमान सौंपी गई है, जो एक महत्वपूर्ण मंत्रालय है। इससे पहले, 2014 में इस पद का कार्यभार अरुण जेटली ने संभाला था।

Nirmala Sitharaman Biography in hindi

निर्मला सीतारमण की जीवनी (Nirmala Sitharaman Biography In Hindi)

जन्म –18 अगस्त 1959

आयु – 62 वर्ष (2023)

परिवार – नारायणन सीतारमन (पिता), सावित्री (माँ)

शिक्षा – सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज, तिरुचिरापल्ली (बीए अर्थशास्त्र) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) (अर्थशास्त्र में एमए और एम.फिल.)

पेशा – राजनीतिज्ञ (भारतीय जनता पार्टी)

पति (husband) – परकला प्रभाकर

बच्चे – परकला वांगमयी (बेटी)

ट्विटर – @nsitharaman

निर्मला सीतारमण का ज्न्म (Nirmala Sitharaman Birth)

निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडु के मदुरई जनपद में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री नारायण सीतारमण और माता का नाम सावित्री देवी था। बचपन से ही उन्हें देश की राजनीतिक प्रक्रिया की समझ और उसमें रुचि थी।

निर्मला सीतारमण की शिक्षा (Nirmala Sitharaman Education)

निर्मला सीतारमण ने अपनी पढ़ाई को तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी कॉलेज से शुरू किया और वहां से बीए की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय से वर्ष 1980 में इकोनॉमिक्स में एमए की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने यहीं से एमफील की डिग्री भी हासिल की।

निर्मला सीतारमण का आरंभिक जीवन (Nirmala Sitharaman Early Life)

निर्मला सीतारमण ने अपने प्रारंभिक करियर की शुरुआत प्राइसवाटरहाउस कूपर में सीनियर मैनेजर के पद पर करी। इसके बाद, उन्हें बीबीसी वर्ल्ड सर्विस में भी काम करने का अवसर मिला। वह हैदराबाद के प्रणव स्कूल के संस्थापकों में से एक हैं और ‘नेशनल कमीशन ऑफ वीमेन’ की सदस्य भी रह चुकी हैं।

निर्मला सीतारमण का राजनैतिक करियर (Nirmala Sitharaman Political Career in hindi)

निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2006 में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) में शामिल होना शुरू किया। एक वर्ष बाद, उनके पति डॉ. परकाला प्रभाकर ने फ़िल्म स्टार चीरंजीवी की पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया। यद्यपि पहले, डॉ. परकाला प्रभाकर ने बीते साल के आस-पास भारतीय जनता पार्टी के आंध्रप्रदेश यूनिट के प्रवक्ता के रूप में कार्य किया था।

निर्मला सीतारमण ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर अपने नाम को उच्चारण कराना शुरू किया। जब नितिन गडकरी पार्टी के अध्यक्ष बने, तब इन्हें पार्टी के छह प्रवक्ताओं के बीच स्थान मिला। उन्हें 2010 में भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रवक्ता बनाया। उसके बाद से, वह नियमित रूप से टीवी डिबेट में भाग लेती रहीं और सुर्खियों में रहीं। इस समय, वह भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता के रूप में नरेन्द्र मोदी के शासित गुजरात में काफ़ी प्रसिद्ध हुईं। इसके बाद, उन्हें दिल्ली में पार्टी प्रवक्ता के रूप में सम्मान मिला, जहां भारतीय जनता पार्टी का मुख्यालय भी स्थित है।

एक कुशल प्रवक्ता के रूप में निर्मला सीतारमण ने 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी पार्टी के लिए महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उस समय, उन्होंने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में प्रमोट करने में भी सकारात्मक योगदान दिया। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने भारी बहुमत से जीत हासिल की और केंद्र में अपनी सरकार बनाई।

इस चुनाव के बाद, 26 मई 2016 को, उन्हें स्वतंत्र चार्ज के तहत ‘मिस्निस्टर ऑफ़ स्टेट’ का पद सौंपा गया। उसी समय, उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, मिनिस्ट्री ऑफ़ फाइनेंस एंड कॉर्पोरेट अफेयर्स आदि का कार्य भी मिला। इस समय, उन्होंने राज्यसभा के उपचुनाव में भी भाग लिया और आंध्रप्रदेश राज्य से जीत हासिल की, जिससे वह राज्यसभा के सदस्य बन गईं।

29 मई 2016 को,उन्हें भारतीय जनता पार्टी के 12 प्राथियों में से एक चयनित किया गया था, जो राज्यसभा चुनाव के लिए प्रतिष्ठान्वित थे। इस रूप में, उन्होंने राज्यसभा चुनाव में प्रतिष्ठान प्राप्त किया और 11 जून को होने वाले इस चुनाव में विजयी हुईं। उनकी राजनीतिक करियर में सबसे बड़ी उपलब्धि इस बार थी, जब उन्हें 2014 में रक्षा मंत्री बनाया गया। इस पद के लिए, उन्होंने 3 सितम्बर 2017 को शपथ ग्रहण की थी। इस रूप में, वह पहली पूर्ण समय की महिला रक्षा मंत्री बन गईं। बाद में, 2019 में, उन्हें वित्त मंत्री (Minister of Finance) बनाया गया है। इस तरह से, निर्मला सीतारमण ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के बाद दूसरी महिला रक्षा मंत्री और पहली पूर्ण समय की महिला रक्षा मंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया है।

निर्मला सीतारमण का व्यक्तिगत जीवन (Nirmala Sitharaman Personal Life)

निर्मला सीतारमण की मुलाक़ात डॉ प्रभाकर से जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में हुई थी, जहाँ ये दोनों एक साथ पढ़ते थे। निर्मला सीतारमण भारतीय जनता पार्टी की तरफ से झुकाव रखती थीं, वहीं डॉ परकला प्रभाकर एक कांग्रेसी परिवार से थे। इनकी माता, आन्ध्रप्रदेश में कांग्रेस की तरफ से विधायक रह चुकी हैं, और इनके पिता वर्ष 1970 के समय आन्ध्रप्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री भी थे।

1991 में निर्मला और उनके पति लंदन से भारत लौटे और आंध्रप्रदेश के नर्सपुरम में रहने गए। इस समय निर्मला, जिन्हें बच्चे की आशा थी, ने अपनी मेडिकल की पढ़ाई के लिए मद्रास जाने का निर्णय लिया। इस वर्ष मई 1991 में राजीव गाँधी की हत्या से इन्हें एक गहरा झटका लगा और वे एक सप्ताह तक हॉस्पिटल में भर्ती रहीं। इस दुर्गभावनापूर्ण कालांतर में उन्हें एक बेटी हुई और इसके पश्चात उनका परिवार हैदराबाद में स्थायी रूप से बस गया।