रानी दुर्गावती कोट्स, कविता, शायरी इन हिंदी | Rani Durgavati Quotes, kavita In Hindi
रानी दुर्गावती कोट्स, कविता, शायरी इन हिंदी | Rani Durgavati Quotes, In Hindi
1.) आ जाए अगर मौका कोई तो, दुश्मन को ललकारे वो, जब दुर्गावती रण में निकलीं हाथों में थीं तलवारें दो।
2.) दोनों हाथों वह रणचंडी, कसकर तलवार चलाती थी, दुश्मन की सेना पर पिलकर, घनघोर कहर बरपाती थी।
3.) पर हाय राज्य का भाग्य बुरा, बेईमानी की घर वालों ने, उनको शहीद करवा डाला, उनके ही मंसबदारों ने।
4.) रानी तू दुनिया छोड़ गई, पर तेरा नाम अमर अब तक, और रहेगा नाम सदा, सूरज चंदा नभ में जब तक।
5.) वह तीर थी,तलवार थी
भालों और तोपों का वार थी
फुफकार थी, हुंकार थी
शत्रु का संहार थी
6.) है भारत माता से बिनती, कष्टों से सदा उबारें वो।
जब दुर्गावती रण में निकलीं हाथों में थीं तलवारें दो।
7.) जहां-जहां जाती रानी, बिजली-सी चमक दिखाती थी, मुगलों की सेना मरती थी, पीछे को हटती जाती थी।
8.) पर रानी कैसे बढ़ पाती, उसकी सेना तो थोड़ी थी।
मुगलों की सेना थी अपार, रानी ने आस न छोड़ी थी।
9.).हे देवी तेरी वीर गति, पर श्रद्धा सुमन चढ़ाते हैं।
तेरी अमर कथा सुनकर दृग में आंसू आ जाते हैं।
रानी दुर्गावती की पुण्यतिथि और बलिदान दिवस पर शत-शत नमन श्रद्धांजलि
10.) वह तीर थी,तलवार थी, भालों और तोपों का वार थी, फुफकार थी, हुंकार थी, शत्रु का संहार थी! रानी दुर्गावती महान वीरांगना रानी दुर्गावती की पुण्यतिथि पर शत्-शत् नमन।
11.) करोड़ों महिलाओं की प्रेरणा,
महान देशभक्त
वीरांगना रानी दुर्गावती जी
की पुण्यतिथि भावपूर्ण श्रंद्धाजलि।
12.) नारी शक्ति की प्रतीक, महान वीरांगना रानी दुर्गावती की पुण्यतिथि पर शत्-शत् नमन।
13.) मध्यप्रदेश के गौरव को अपने अदम्य साहस,
शौर्य और पराक्रम
से बढ़ाने वाली महान विरांगना रानी दुर्गावती जी
की पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि।
14.) चन्देलों की बेटी थी, गौंडवाने की रानी थी, चण्डी थी रणचण्डी थी, वह दुर्गावती भवानी थी। ; अमर बलिदानी वीरांगना, गोंडवाना की शासिका रानी दुर्गावती जी के बलिदान दिवस पर श्रद्धा सुमन
15.) कलंकित जीवन जीने की अपेक्षा शान से मर जाना अच्छा है”
मुग़ल शासकों को पराजित करने वाली
महान वीरांगना रानी दुर्गावती की पुण्यतिथि पर शत् शत् नमन
16.) मुग़लों को भी युद्ध के मैदान से खदेड़
देने वाली वीरांगना और साहस की देवी
रानी दुर्गावती की पुण्यतिथि पर शत्-शत् नमन।
रानी दुर्गावती पर कविता | Rani Durgawati Quotes In Hindi
17.) ऐसी वीरांगना छत्राणी को ‘नरेश’ का शत शत वंदन है, बरेला की वह धरा महकाती ऐसा बहुमूल्य चंदन है।
18.) जिसके स्वाभिमान को कोई नही पा पाया था
अंत समय तक उसने मुगलो को मार गिराया था।
19.) चंदेलों की बेटी ने नारी का गौरव और मान बढ़ाया था जब आशफ खान को उसने नाको चना चबवाया था।
20.) शिखरो से ऊंची जिसकी नभ में छूती ख्याति थी
वह कोई और नही रानी दुर्गावती करामाती थी।