अशांत मन को शांत कैसे करें, 6 उपाय | Man Shant Karne Ke Upay

अशांत मन को शांत कैसे करें, 6 उपाय | Man Shant Karne Ke Upay


अशांत मन को शांत कैसे करें, 6 उपाय | Man Shant Karne Ke Upay

अशांत मन को शांत कैसे करें, 6 उपाय | Man Shant Karne Ke Upay


ऐसा कहा जाता है मन की शांति, शक्ति से बड़ी होती है आपकी मन की शांति से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। सफलता भी आपको तभी मिलती है जब आप शांत मन से अपने काम पर फोकस कर पाते हो लेकिन आज कई ऐसे लोग भी हैं जिनके खाते में लाखों करोड़ों रुपये हैं लेकिन फिर भी उनका मन अशांत है उन्हें मानसिक शांति नहीं है।


जब आप शांत होते हैं, तो आप स्पष्ट रूप से चीजों को समझने, रचनात्मक विचारों पर गहराई से सोचने व उन्हें अमल में लाने और अपने लक्ष्य तक पहुंचने की योजना बेहतर तरीके से बना पाते हैं लेकिन जब आप हर समय तनाव में रहते हैं, तो तब आप कुछ भी काम प्रोडक्टिव होकर नही कर पाते और आपको किसी भी काम का नतीजा अच्छा नही मिलता।
यहां पर आपके मन की शांति के छः नियम दिए गए हैं जो आपके जीवन में संतुलन बहाल करने में आपकी मदद करेंगे।


1.) अपने बीते हुए वक्त से सबक सीखें, दुखी न हों।


आप हमेशा बीते वक्त के बारे में अपने साथ हुई बुरी यादों को सोचते रहेंगे तो तनाव में रहेंगे और इससे निकलने में मुश्किल होगी आप अपना एक पैर अतीत में रखकर जीवन के रास्ते पर नहीं चल सकते। लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने अतीत में जो कुछ भी हुआ है, उसको भूलने की कोशिश करें अपनी बुरी यादों को अपनी अच्छी यादों से बदल दें लेकिन अगर फिर भी यह आपको परेशान कर रहा है तो इसे बदलने के लिए ओर अपने वर्तमान समय में तनावमुक्त जीवन जीने के लिए आपको जो कुछ अच्छा करना पड़े वह करें।


यदि आप अतीत में हुई किसी चीज़ के कारण खेद, दुःख या शर्म महसूस करते हैं, तो उन घटनाओं से सबक सीखें और आगे बढ़ें। अगर आपने किसी के साथ कुछ गलत किया है, तो उसे सुधारें। यदि आप भ्रमित हैं, तो किसी विश्वसनीय मित्र से बात करें या पेशेवर मदद लें। अतीत को आपको अपने द्वारा बनाई गई यादों के बारे में अच्छा महसूस कराना चाहिए और आपको महत्वपूर्ण सबक सिखना चाहिए।


2.) दूसरे आपके बारे में क्या सोचते हैं, इसे सोचना बंद करें।


दुनिया में सभी लोग अपने हिसाब से अपने सपनों की ज़िंदगी जीना चाहते हैं। लेकिन लोग अक्सर अपने करियर में जोखिम नहीं उठाते क्योंकि वे इस बात से बहुत चिंतित होते हैं कि दूसरे उनके कार्यों के बारे में क्या सोचेंगे। कई लोगों ने म्यूजिशियन या डांसर बनने के लिए उबाऊ नौकरी कभी नहीं छोड़ी। क्योंकि उन्हें अपने दोस्तों के सामने सफल दिखने की जरूरत है और इसलिए वे अपने सपनों और शौक का त्याग कर देते हैं। लेकिन उन्हें इस बात का एहसास नहीं होता है कि वे जिन भी चीजों से प्यार करते हैं उसे करने से भी वे सफल हो सकते हैं।


दूसरों से वाहवाही प्राप्त करने के लिए अपना जीवन जीना बंद करें। आप अपने सबसे अच्छे जज हैं और आपके जीवन मे कुछ बेहतर करने के लिए आपके अंदर की आवाज़ से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। एक शांतिपूर्ण दिमाग विकसित करने के लिए अपने दिल का पालन करें।


3.) समय लगभग सब कुछ ठीक कर देता है।


जो भी चीजें हमारे हाथ में नहीं हैं  या जिन्हें हम ठीक नहीं कर सकते उसके बारे में चिंता करने से कोई फायदा नहीं होने वाला आप धैर्य रखें और उन चीजों को वक्त पर छोड़ दें क्योंकि वक्त हमेशा एक जैसा नहीं होता है आज बुरा है तो उम्मीद रखें कल अच्छा भी आएगा। 


कभी-कभी हमें बस इतना करना होता है कि हम अपने आप में थोड़ा धैर्य रखें और अपने घावों को भरने के लिए समय निकालें। बेशक, यह वही है जो आपको अंदर से बेहतर करता है जब आपका मन अशांत हो।
क्योंकि कोई खुद को शराब में डुबो सकता है या दर्द से निपटने के लिए अन्य आत्म-विनाशकारी मार्ग अपना सकता है। लेकिन वहीं कोई समझदार दर्द की पहचान कर सकता है और एक सही तरीके से दर्द से निपटने के लिए व्यायाम, योग या चिकित्सा जैसे रचनात्मक उपाय कर सकता है।


अपने घावों को ठीक होने के लिए थोड़ा समय दें और आपका मन शांत होगा।


4.) आपकी खुशी के ज़िम्मेदार सिर्फ आप हैं कोई और नहीं।


“खुशी तब होती है जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं उसमें सामंजस्य हो।” – महात्मा गांधी
अपने जीवन की पूरी जिम्मेदारी लेने के बाद ही आप कोई बदलाव कर सकते हैं। जो लोग अपनी कमियों के लिए दूसरे लोगों या बाहरी परिस्थितियों को दोष देते हैं, वे न केवल गलत हैं, बल्कि अपनी शक्ति को भी दूर कर देते हैं।


इसका समाधान यह है कि आप जिम्मेदारी लें और अपने जीवन को अपनी इच्छानुसार बनाएं। यदि आप अधिक पैसा चाहते हैं, तो पेशेवर कौशल का निर्माण करें; अगर आप एक रिश्ता चाहते हैं, तो समान विचारधारा वाले लोगों से मिलना शुरू करें। इसके अलावा, खुशी इस बात से भी है कि आप किस पर ध्यान केंद्रित करते हैं। अच्छे पर ध्यान दें और आप खुश रहेंगे, बुरे पर ध्यान केंद्रित करेंगे और आप दुखी होंगे। अपने मन, अपने ध्यान पर नियंत्रण रखें और आपके पास एक शांतिपूर्ण दिमाग होगा।


5.) कभी भी अपनी तुलना दूसरों से न करें क्योंकि उनकी मंज़िल की यात्रा आपसे पूरी तरह से अलग होती है।


जब हम अपनी तुलना दूसरों से करते हैं, चाहे वह आर्थिक सफलता के मामले में हो, लुक्स के मामले में, या जो कुछ भी हो – हम अपने साथ अच्छा व्यवहार नही करते हैं। सब अपने अपने सफर पर हैं सबकी अपनी अलग यात्राएं हैं कोई पहले तो कोई देर से सफल होता है यह देखें कि आप कितनी दूर आ गए हैं और अपने प्रयासों के लिए खुद का सम्मान करें इससे आप खुद को मोटिवेट रख सकेंगे और बेहतर महसूस करेंगे।


कभी-कभी जब हम कम महसूस करते हैं, तो हम भूल जाते हैं कि हम कितने मजबूत हैं। अपनी खुद की यात्रा का सम्मान करना महत्वपूर्ण है और शांतिपूर्ण दिमाग रखने के लिए दूसरों पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए।


6.) अधिक सोचना बंद करें। शुरुआत में ही हर एक चीज को जनाना जरूरी नही।


कई लोग अपना काम शुरू करने में बहुत अधिक सोचते है की क्या होगा? कैसे होगा? नही कर पाए तो क्या होगा? ओर बहुत अधिक सोचने के कारण वह काम शुरू करने से पहले ही उस काम को छोड़ देते हैं। लेकिन उन्हें यह समझना होगा कि सब कुछ नहीं जानना ठीक है। वास्तव में, दुनिया में सबसे सफल लोग सब कुछ नहीं जानते हैं। वे बस अपने काम की शुरुआत करते हैं और धीरे धीरे चीजों को अच्छी तरह से सीखते हुए आगे बढ़ते हैं। और इस तरह वे अति-विचार से मुक्त होकर एक शांतिपूर्ण चित्त का विकास करते हैं।


हर कोई, चाहे कितना भी सफल या लोकप्रिय क्यों न हो, वह अभी जीवन को समझते हुए आगे बढ़ रहा है। जीवन साइकिल की सवारी करने जैसा है अगर आप गिरने से बहुत डरते हैं तो आप सवारी का आनंद नहीं लेंगे। और जब तक आप जोखिम नहीं उठाते तब तक आप सवारी करना नहीं सीख सकते।