शैख सादी के 35 अनमोल विचार | Sheikh Saadi Quotes in Hindi
शैख सादी के 35 अनमोल विचार | Sheikh Saadi Quotes in Hindi
1.) जो अधिक धनाडय हैं वही अधिक मोहताज है।
– शेख सादी
2.) मेरे पास वक़्त नहीं है उन लोगो से नफरत करने का जो मुझसे नफरत करते हैं क्योंकी में मसरूफ रहता हूँ उन लोगों में जो मुझ से मोहब्बत करते हैं।
– शेख सादी
3.) अपने अखलाक को फूल जैसा बना लो कुछ नहीं तो पास बैठने वाला खुशबू तो हांसिल करे।
– शेख सादी
4.) मैँ ईश्वर से डरता हूँ ईश्वर के बाद मुख्य उससे डरता हूँ जो ईश्वर से नहीँ डरता।
– शेख सादी
5.) अगर तुम अल्लाह की इबादत नहीं कर सकते तो गुनाह करना भी छोड़ दो।
– शेख सादी
6.) दुश्मन से हमेशा बचो और दोस्त से उस वक़्त जब वो तुम्हारी तारीफ करने लगे।
– शेख सादी
7.) यदि मनुष्य परोपकारी नहीँ है तो उसमेँ और दीवार परखींचे चित्र मेँ क्या फर्क है।
– शेख सादी
8.) सब्र रखो, हर काम आसान होने से पहले मुश्किल हौता है।
– शेख सादी
9.) ताज्जुब की बात है अल्लाह अपनी इतनी सारी मख्लूक़ में से मुझे नहीं भूलता और मेरा तो एक ही अल्लाह है में उसे भूल जाता हूँ।
– शेख सादी
10.) यदि चिड़िया एका कर लेँ तो शेर की भी खाल खींच सकती है।
– शेख सादी
● ज्योतिबा फुले के सामाजिक 15+ अनमोल विचार
11.) चतुराई दरबारियोँ के लिए गुड हैँ साधुओं के लिए दोष।
– शेख सादी
12.) किसी जाति के एक आदमी से बुराई हो जाती है तो सारी की सारी जाति बदनाम होजाती है। न छोटे की इज्जत रहती है न बड़े की।
– शेख सादी
13.) दुख भोगने से सुख केमूल्य का ज्ञान होता है।
– शेख सादी
14.) जो भाग्य मेँ है वह दानशीलता अपनाता है और दानशीलता से ही आदमी भाग्यवान बनता है।
– शेख सादी
15.) धनी होना धन पर नहीं वरन् हृदय पर निर्भर है,बड़प्पन अवस्था पर नहीं वरन् बुध्दि पर निर्भर है।
– शेख सादी
16.) इंसान दौलत कमाने के लिए अपनी सेहत खो देता है और फिर सेहत को वापिस पाने के लिए अपनी दौलत खो देता है। जीता ऐसे है जैसे कभी मरना ही नहीं है,और मर जाता ऐसे है जैसे कभी जिया ही नहीं।
– शेख सादी
17.) किसी को अच्छे अमल से दिली ख़ुशीदेना हज़ार सजदे करने से बेहतर है।
– शेख सादी
Sheikh Saadi Quotes in Hindi
18.) जो दुःख दे उसे छोड़ दो मगर जिसे छोड़ दो उसे दुःख ना दो।
– शेख सादी
19.) तू बुराइयों से दूर रहे तो तेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। धोबी केवल मैले कपड़े को पत्थर पर पटकता है।
– शेख सादी
20.) अत्याचारी से बढ़कर अभागा दूसरा व्यक्ति कोई नहीँ है क्योकी विपत्ति के समय उसका कोई भी मित्र नहीँ होता।
– शेख सादी
21.) अगर तवक्कुल सीखना है तो परिंदों से सीखो की जब वो शाम को अपने घरों में जाते हैं तो उनकी चोंच में एक दाना भी नहीं हौता।
– शेख सादी
22.) जिसकी अक्ल खराब है उस पर सज्जनों के सत्संग का कुछ असर नहीं होता।
– शेख सादी
23.) मित्रों के साथ बन्दीगृह भी स्वर्ग है पर दूसरों के साथ उपवन नरक समान है।
– शेख सादी
24.) सुंदरता बिना शृंगार ही के मन को मोहती है।
– शेख सादी
25.) अपने हिस्से का काम किये बगैर दुआ पर भरोसा करना हिमाकत है और अपनी मेहनत पर भरोसा करके दुआ से गुरेज़ करना तकब्बुर है।
– शेख सादी
26.) जिसका लेखा साफ है उसे हिसाब समझाने वाले का क्या डर?
– शेख सादी
27.) यदि राजा किसी ऐब को भी पसंद करे तो वह हुनर हो जाता है।
– शेख सादी
28.) अगर इंसान सुख दुख की चिंता से ऊपर उठ जाए तो आसमान की ऊंचाई भी उसके पैरोँ तले आ जाए सेवा से सौभाग्य प्राप्त होता है।
– शेख सादी
29.) जब शरीर के किसी अंग में पीड़ा होती है तो सारा शरीर व्याकुल हो जाता है।
– शेख सादी
30.) जाहिलों का तरीका यह है की जब उनकी दलील मुकाबिल के आगे नहीं चलती तो वो लड़ना शुरू कर देते हैं।
– शेख सादी
31.) लाल फल बाग़ में उगता है,ख़स ज़ो घास है, ऊसर में।
– शेख सादी
32.) मनुष्य को चाहिए कि यदि दीवार पर भी उपदेश लिखा हुआ मिले तो उसे ग्रहण कर ले।
– शेख सादी
33.) ईष्यालु मनुष्य स्वयं ही ईष्या-अग्नि में जला करता है। उसे और सताना व्यर्थ है।
– शेख सादी
34.) यद्यपि भूखा कोई नहीं मरता,ईश्वर सबकी सुधि लेता है, तथापि बुध्दिमान आदमी का धर्म है कि उसके लिए प्रयत्न करे।
– शेख सादी
35.) इससे तो खामोशी बेहतर है की किसी को दिल की बात बताकर फिर कहा जाये की “किसी से ना कहना”।
– शेख सादी