Feynman Technique से आसानी से कुछ भी सीखें | Learn Anything easily with Feynman technique hindi

अपनी किताब ब्रेन रूल में जॉन मैडीना एक स्टडी के बारे में बताते हैं कुछ लोगों को 50 शब्दों की लिस्ट दी गई पहले ग्रुप के लोगों को बोला गया कि उन शब्दों पर टिक लगाइए जिनके शब्दों में Diagonal लाइने नहीं है जैसे W और M.


दूसरे ग्रुप को बोला गया कि आपको इन शब्दों का मतलब सोचना है अगर आपको इन शब्दों का मतलब अच्छा लगता है तो टिक लगाइए इस एक्सरसाइज के बाद रिसर्चर ने दोनों ग्रुप से बोला कि अब आप उस लिस्ट में कितने शब्द लिख सकते हैं दूसरे ग्रुप में औसतन 3 गुना ज्यादा शब्द लिखें डॉक्टर मैडीना जो दो ब्रेन रिसर्च इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर हैं वह कहते हैं कि बड़ा सिंपल सा प्रिंसिपल है लेकिन हम miss कर जाते हैं जितना ज्यादा आप चीजों को अच्छी तरह से समझेंगे वह आपको उतनी अच्छी तरह से याद रहेंगी और यही Feynman technique का बेस है। यह दिमाग को मजबूत करती है कि आप उस कॉन्सेप्ट को समझो जो आप 5th क्लास के बच्चे को भी समझा सको।


दूसरी बात डॉक्टर मैडीना कहते हैं कि अगर कोई नई इंफॉर्मेशन को दिमाग में बैठी पुरानी इंफॉर्मेशन के साथ जोड़ा जाए तो दिमाग उसे आसानी से प्रोसेस कर लेता है क्योंकि इंसानी दिमाग को पेटर्न मैचिंग पसंद है वह हमेशा पुरानी और नई इंफॉर्मेशन कंपेयर करता रहता है जितना ज्यादा आप रियल वर्ल्ड एग्जांपल से उस कंसेप्ट को जोड़ोगे वह कंसेप्ट आपकी मेमोरी में उतना गहरा रिकॉर्ड होगा।


Richard Feynman अपने कॉलेज में बहुत चर्चित थे क्योंकि वह अपने साथियों और पीएचडी स्टूडेंट की तब तक मदद नहीं करते थे जब तक वह अपनी प्रॉब्लम्स को आसानी से समझा ना सके वह न केवल एक साइंटिस्ट थे बल्कि कठिन विचारों को अच्छे से समझा सकते थे वह पुराने सवाल को नए तरह से पूछ सकते थे ना तरह से पूछने से आपको नए जवाब मिलेंगे उनकी सबसे बड़ी खासियत थी कि क्वांटम फिजिक्स के सबसे बड़ी भारी कॉन्सेप्ट को भी वह बहुत सरल और इंटरेस्टिंग भाषा में समझा सकते थे।


वह जीनियस जरूर थे लेकिन Feynman बचपन से जीनीयस नहीं थे 1 दिन हाई स्कूल में क्लास के बाद टीचर ने उन्हें बोला कि मुझे पता है कि तुम इतनी शैतानी क्यों करते हो क्योंकि तुम्हारे लिए यह सब आसान है। इसलिए यह लो Advance Calculus वाली किताब कल से कोने में बैठकर किताब को पढ़ो। जब इस किताब में सब कुछ जान लो तब अपने मुंह से आवाज निकालना Feynman ने खुद को अपने आप कैलकुलस सिखाइ इसी कारण उनकी problem-solving की अप्रोच अलग थी।



Feynman टेक्निक कहते हैं कि अगर आप 5th क्लास के बच्चे को आसानी से नहीं समझा सकते तो आपने उस कॉन्सेप्ट पर मास्टरी हासिल नहीं की है बच्चों का अटेंशन टाइम स्पैन कम होता है इसीलिए आप उन्हें दो-तीन वाक्य में ही समझा सकते हैं।


बच्चों को jargon याने Complex शब्द समझ में नहीं आते इसीलिए आपको उन्हें सिंपल भाषा में ही समझाना होगा जब आप ऐसा नहीं कर पाओ तब आपने नॉलेज gap को पकड़ लिया है। उस gap को पूरा करने के लिए सोचिए और अध्ययन कीजिए फिर उस gap को भरकर वह पूरा कांसेप्ट सरल शब्दों में समझाइए सरल भाषा में यही है Feynman टेक्निक जो आपको सोचने पर मजबूर करती है। जो मास्टर होता है वह हमेशा कंपलेक्सिटी को सिंपलीफाई करता है और उसके ऊपर एक एक सिंपलीसिटी की लेयर चढ़ाता है जो ऐसा नहीं कर सकता वह उस फील्ड का मास्टर नहीं है कॉन्प्लेक्स कॉन्सेप्ट याद करने के साथ-साथ आप नई चीजों को सीखने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हो।


जैसे जब हम दूसरी भाषा यानी इंग्लिश पढ़ते हैं और कोई टेढ़ा शब्द बीच में आता है तब हम उसे छोड़कर आगे बढ़ जाते हैं इस कारण हम कुछ नया नहीं सीख पाते जैसे न्यूज़ पढ़ते-पढ़ते एक अजीब शब्द सामने आया और उसका मतलब इंटरनेट पर आनन-फानन में देखा और जब आज से 6 महीने बाद वह शब्द दोबारा आएगा तब हम उसे भूल चुके होंगे क्योंकि यह सिर्फ ऊपरी तौर पर हमारी मेमोरी में जुड़ा हुआ है अगर आपको ऐसे शब्दों को याद रखना है तो सबसे पहले उसका ऑनलाइन pronunciation देखें और उसे एक दो बार बोलने की कोशिश करें फिर वह शब्द क्यों आया हुआ है वह देखने की कोशिश करेंगे।


जब फ्रांस के कमअक्ल राजा ने व्यापारियों से पूछा की हुकूमत आपकी क्या मदद कर सकती है। तो उनका नारा था Laissez faire  इसका शाब्दिक अर्थ होता है let us alone हमें हमारे हाल पर छोड़ दो बस इतने में आपका काम हो जाएगा। अब आप यह लाइसेज फेयर पर किसी भी राह चलते आदमी को समझा सकते हो और आप इसे लंबे समय तक नहीं भूलेंगे क्योंकि यह आपकी मेमोरी में कई लेवल पर जुड़ चुका है।


यह बात तो जाहिर है कि feynman टेक्निक इस्तेमाल करने में समय खर्च होता है इसीलिए यह सिर्फ उन्हीं कांसेप्ट के लिए उपयोग करें जो आपके लिए बेहद जरूरी हो स्टूडेंट्स के लिए एक खास प्रो टिप्स हम लोग अक्सर अपनी Careless और Calculation mistakes इग्नोर कर देते हैं आप इस टेक्निक के जरिए अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं अगर मॉक टेस्ट पेपर सॉल्व करते हैं और चेक करते समय आपको कैलकुलेशन मिस्टेक्स मिलती हैं तो आप उस गलती होने का कारण और उससे बचने का प्रोसेस बनाओ अगर आप इतना effort लगाएंगे तो उस गलती से बच जाएंगे ।