परमहंस योगानंद के 42+ अनमोल विचार | Paramahansa Yoganananda Quotes In Hindi

परमहंस योगानंद के 42+ अनमोल विचार, वचन | Paramahansa Yoganananda Quotes In Hindi


परमहंस योगानंद के 42+ अनमोल विचार, वचन | Paramahansa Yoganananda Quotes In Hindi

परमहंस योगानंद के अनमोल विचार, वचन | Paramahansa Yoganananda Quotes In Hindi


●•● निष्पक्ष होने में सबसे बड़ी बुद्धिमानी है। अगर आपके पास सेहत है, लेकिन आप उससे अटैच्ड हैं, तो आपको हमेशा इसे खोने का भय लगा रहेगा। और अगर आपमें खोने का भय है तो आप बीमार हो जायेंगे, आपको पीड़ा झेलनी पड़ेगी। क्यों न खुद में हेमशा आनंदित रहा जाए।


– परमहंस योगानंद


●•● दृढ़ता गारंटी देती है कि परिणाम अवश्यम्भावी हैं।

– परमहंस योगानंद


●•● शांति भगवान् की वेदी है, वो परिस्थिति जिसमे ख़ुशी मौजूद होतीहै।


– परमहंस योगानंद


●•● मन की शांति के बिना बहुत सारे पैसे होना समुद्र में नहाते हुए प्यास से मरने के समान है।

– परमहंस योगानंद


●•● असफलता का मौसम सफलता के बीज बोने के लिए सबसे अच्छा समय है।


– परमहंस योगानंद


●•● लगाव बाँधने वाला होता है; यह चाहत की वस्तु के इर्द-गिर्द आकर्षण का प्रभामंडल बना देता है।


– परमहंस योगानंद


●•● परमेश्वर तक पहुँचने के लिए आपको संघर्ष करने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन आपको अपने खुद के बनाये परदे; जो आपको उससे छिपाता है को संघर्ष करके फाड़ने की ज़रूरत है।


– परमहंस योगानंद


●•● लाखों लोग कभी खुद का विश्लेषण नहीं करते। मानसिक रूप से वे अपने वातावरण की फैक्ट्री के मैकेनिकल प्रोडक्ट होते हैं, नाश्ता, दोपहर का खाना, रात का खाना, काम करना और सोना, मनोरंजन के लिए इधर-उधर  जाना, बस इन्ही चीजों में उलझे हुए होते हैं। वे नहीं जानते कि वे क्या और क्यों तलाश रहे हैं, न ये जानते हैं कि क्यों उन्हें कभी पूर्ण प्रसन्नता और स्थायी संतुष्टि का एहसास नहीं होता। आत्म-विश्लेषण से बच कर, लोग वातावरण के मुताबिक रोबोट बने रहते हैं। सच्चा आत्म-विश्लेषण प्रगति की सबसे बड़ी कला है।


– परमहंस योगानंद


●•● जाति, धर्म, वर्ग, रंग, लिंग या जाति के सभी पूर्वाग्रहों की उपेक्षा कर, एक स्वामी इंसानी भाईचारे के उपदेशों का अनुसरण करता है। उसका लक्ष्य है आत्मा के साथ पूर्ण एकता।


– परमहंस योगानंद


●•● भगवान् सरल हैं। बाकी सबकुछ जटिल है।


– परमहंस योगानंद


●•● लौकिक सत्य वास्तविकता के साथ सटीक पत्राचार है।


– परमहंस योगानंद


●•● आप जितनी बार भी फेल होते हैं, उठिए और फिर से प्रयास करिए। जब तक आप भगवान् को निराश नहीं करते, और प्रयत्न करते रहते हैं वो आपको निराश नहीं करेंगे।


– परमहंस योगानंद


●•● आपके ह्रदय के अन्दर एक चुम्बक है जो सच्चे दोस्तों को आकर्षित करेगा। वो चुम्बक है निस्वार्थता, दूसरों के बारे में पहले सोचना; जब आप दूसरों के लिए जीना सीख लेते हैं तो वे आपके लिए जीने लगते हैं।


– परमहंस योगानंद


●•● थोड़ा पढ़ें। ध्यान ज्यादा करें। हर समय भगवान के बारे में सोचें।


– परमहंस योगानंद


●•● आत्म-नियंत्रण के शेर की तरह दुनिया में विचरण करो; देखो कि कहीं कमजोरी के मेंढक तुम्हे अपमानित ना करें।


– परमहंस योगानंद


●•● दयालुता वो प्रकाश है जो आत्माओं, परिवारों, और देशों के बीच की दीवारों को ख़त्म कर देती है।


– परमहंस योगानंद


●•● जैसे मैं औरों को प्रेम और सद्भाव देता हूँ, मैं भगवान् का प्रेम प्राप्त करने का प्रवाह खोल देता हूँ।


– परमहंस योगानंद


●•● अगर आप दुखी होना चाहते हैं, तो दुनिया में कोई भी आपको खुश नहीं कर सकता। लेकिन अगर आप खुश रहने का मन बना लें तो इस पृथ्वी पर कोई भी और कुछ भी आपसे वो ख़ुशी नहीं छीन सकता।


– परमहंस योगानंद


●•● ये आपके मन में आया विचार या आपके ब्रिलियंट आइडियाज नहीं बल्कि आपकी रोज की छोटी-मोटी आदतें हैं जो आपकी लाइफ को कण्ट्रोल करती हैं, सिम्प्लिसिटी से रहिये। दुनिया की मशीन में मत फंसिए- ये बहुत डिमांडिंग है।


– परमहंस योगानंद


●•● एक टूटा हुआ माइक्रोफोन सन्देश प्रसारित नहीं कर सकता है, इसी तरह एक बेचैन मन भगवान् की प्रार्थना नहीं कर सकता।


– परमहंस योगानंद


●•● एक नश्वर प्राणी के रूप में आप सीमित हैं, लेकिन भगवान् के बच्चे के रूप में आप असीमित हैं, अपना ध्यान भगवान् पर केन्द्रित करें, और आपको जो चाहिए वो शक्तियां किसी भी दिशा में उपयोग करने के लिए मिल जायेंगी।


– परमहंस योगानंद


●•● भूत को भूल जाइए, क्योंकि वो आपके हाथ से निकल चुका है! भविष्य को भूल जाइए, क्योंकि वो आपकी पहुँच से बहार है! वर्तमान को कंट्रोल करिए! अभी एकदम अच्छे से रहिये! यही बुद्धिमान लोगों का रास्ता है।


– परमहंस योगानंद


●•● हर एक कल हर एक आज से निर्धारित होता है।


– परमहंस योगानंद


●•● आत्मा में बद्बुदाती भगवान् की ख़ुशी के साथ काम करना, एक पोर्टेबल स्वर्ग को जहाँ भी आप जाएं वहां ले जाने जैसा है।


– परमहंस योगानंद


●•● जितना सिम्पल रह सकते हैं रहें; आप यह देखकर अचंभित हो जायेंगे कि आपकी लाइफ कितनी सरल और प्रसन्न हो सकती है।


– परमहंस योगानंद


●•● किसी से डरो नहीं। किसी से नफरत नहीं करो, सभी से प्रेम करो, भगवान् के प्रेम को महसूस करो, हर किसी में उसकी उपस्थिति देखो, और बस एक ही इच्छा रखो- अपने चेतना के मंदिर में उसकी निरंतर उपस्थिति- इस दुनिया में जीने का यही तरीका है।


– परमहंस योगानंद


●•● खुद को बदलिए और दुनिया बदलने में आपका जो हिस्सा है वो आपने पूरा कर दिया है।


– परमहंस योगानंद


●•● यदि पिछले कर्म के बीज दिव्य ज्ञान की आग में भुन दिए जाएं तो वे अंकुरित नहीं हो पायेंगे।


– परमहंस योगानंद


●•● अपना सर्वश्रेष्ठ करो और फिर आराम करो।


– परमहंस योगानंद


●•● लहरें सागर की तरह ही हैं, हालांकि वे पूरा सागर नहीं हैं।  इसलिए सृष्टि के प्रत्येक लहर आत्मा के अनन्त महासागर का एक हिस्सा है। सागर लहरों के बिना रह सकता है, लेकिन लहरें सागर के बिना नहीं रह सकतीं।


– परमहंस योगानंद


●•● चूँकि आप खुद ही अपने विचारों के लिए जिम्मेदार हैं, केवल आप ही उसे बदल सकते हैं।


– परमहंस योगानंद


●•● अधूरी इच्छाओं की शक्ति सभी मनुष्य के गुलामी की जड़ है।


– परमहंस योगानंद


●•● इस क्षण में शांति से जियो और अपने समक्ष मौजूद सुन्दरता को देखो। भविष्य खुद अपना ख़याल रख लेगा।


– परमहंस योगानंद


●•● जब तक आपको पता चलता है कि आपको क्या चाहिए आपकी नसें जा चुकी होती हैं, दिल बीमार हो चुका होता है, और हड्डियाँ दर्द कर रही होती हैं। अपने स्पिरिचुअल पावर्स को और भी जोर देकर विकसित करने का संकल्प लीजिए। सही से जीने की कला सीखें। अगर आपके पास ख़ुशी है तो आपके पास सब कुछ है, इसलिए खुश और संतुष्ट रहना सीखिए, अभी खुश होइए।


– परमहंस योगानंद


●•● आप पृथ्वी पर मनोरंजन करने और मनोरंजन कराने के लिए आये हैं।


– परमहंस योगानंद


●•● सफलता की एक और योग्यता है कि हम सिर्फ अपने लिए ही सामंजस्यपूर्ण और लाभकारी परिणाम नहीं लाते, बल्कि उसके लाभ औरों से भी साझा करते हैं।


– परमहंस योगानंद


●•● अगर आप अपने विचारों को बुराइयों पर ध्यान केन्द्रित करने देंगे तो आप खुद भी बुरे हो जायेंगे। हर चीज में बस अच्छाई को देखिये ताकि आप सौन्दर्य की गुणवत्ता को अपने अन्दर समा सकें।


– परमहंस योगानंद


●•● सबसे अच्छे तरीके वे होते हैं जो लाइफ एनर्जी को पुन: अंदरूनी चिकित्सा आरम्भ करने में मदद करते हैं।


– परमहंस योगानंद


●•● कुछ महत्वपूर्ण शुरू करने से पहले शांति से बैठें, अपने बुद्धि और विचारों को शांत करें और गहराई से ध्यान लगाएं। तब आप आत्मा की महान रचनात्मक शक्ति द्वारा निर्देशित किये जायेंगे।


– परमहंस योगानंद


●•● केवल अपने हृदय की ख़ुशी आत्मा को संतुष्ट नहीं कर सकती; हमें अपनी ही ख़ुशी के लिए कोशिश करनी चाहिए कि हम उसमे दूसरों की ख़ुशी भी शामिल कर सकें।


– परमहंस योगानंद


●•● आप अपने जीवन को साधारण तरीके से मत चलाइये; कुछ ऐसा करिए जैसा किसी ने नहीं किया हो, कुछ ऐसा जो दुनिया को जगमगा दे। दिखाइए कि आपके अन्दर भगवान् का रचनात्मक सिद्धांत काम करता है।


– परमहंस योगानंद


●•● प्रेम भगवान् के लिए गाया आत्मा का गीत है।


– परमहंस योगानंद


●•● मेरी आत्मा को मेरे हृदय के माध्यम से मुस्कुराने दो और मेरे ह्रदय को मेरी आँखों के माध्यम से मुस्कुराने दो, ताकि मैं दुखी दिलों में बहुमूल्य मुस्कान बिखेर सकूँ।


– परमहंस योगानंद


●•● जब भी आप कुछ निर्मित करना चाहें, बाह्य स्रोत पर निर्भर मत करिए: अन्दर गहराई तक जाइए और अनंत स्रोत को खोजिये।


– परमहंस योगानंद


●•● अगर आपका मन मजबूत है और आप उसमे एक दृढ संकल्प स्थापित कर देते हैं तो आप अपना भाग्य बदल सकते हैं।


– परमहंस योगानंद


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