meditation क्या है, कैसे करें, मेडिटेशन के फायदे और नुकसान | what is meditation benefits in hindi

meditation क्या है, शुरुआत कैसे करें, मेडिटेशन के फायदे और नुकसान | what is meditation benefits in hindi



इस पोस्ट में हम स्वामी विवेकानंद जी की नजरों से देखेंगे कि ध्यान का असली मतलब क्या है?

इसका उद्देश्य और ध्यान की शक्ति क्या है?


स्वामी जी कहते हैं;

meditative state of mind is the highest state of mind


आपका मन क्रिस्टल के जैसा है इसका खुद का कोई रंग नहीं है जो भी इसके करीब होता है यह उसका रंग ले लेता है जब शरीर पर ध्यान जाता है तो मन शरीर बन जाता है जब मन परेशानि या प्रॉब्लम पर conectarte करता है तो वह खुद प्रॉब्लम बन जाता है तो इसको attachment करते हैं और यही सारी limitations की जड़ है क्योंकि दिमाग अपना असली नेचर अपना source भूल जाता है मन का source है infinate intelligence.


मेडिटेशन क्या है? | What is meditation in hindi


जब मन खुद पर ही concentrate करता है तो उसे meditation या ध्यान कहते हैं meditation की 3 स्टेप होती है पहली है धारणा, जिसमें आप किसी ऑब्जेक्ट या वस्तु जैसे एक Glass पर ध्यान लगाने की कोशिश करते हो लेकिन मन में अभी भी कई विचार आ रहे हैं और आप का ध्यान दूसरे विचारों पर चला जाता है। फिर आप दोबारा कोशिश करते हो और धीरे-धीरे दिमाग ताकतवर होने लगता है और एक जगह स्थिर रहने लगता है। इस स्थिति में धीरे-धीरे सारी मेंटल एनर्जी एक जगह यानी गिलास पर केंद्रित होने लगती है तो गिलास और मन में अंतर खत्म हो जाता है और दोनों एक हो जाते है इस समय glass का मानसिक चित्र भी खत्म हो जाता है। यानी आपका सारा concentration मन पर आ जाता है इस स्थिति को ध्यान कहते हैं। और आखिर में समाधि यानी सारी मेंटल एनर्जी जो शरीर और senses में बिखरी हुई थी वह मन में एकत्रित हो जाती है और मन अपना अस्तित्व खो देता है साथ में ध्यान करता शरीर भान भी खो देता है इसे समाधि कहते हैं।


मेडिटेशन कैसे करें |How to start meditation


स्वामी जी कहते हैं कि जितना भी perception है यह सब आपके reaction से बनता है। मान लो आपने एक तस्वीर देखी और आंखों ने इंफॉर्मेशन दिमाग तक भेजी इसे कहेंगे X और हमने इस इंफॉर्मेशन के प्रति तत्काल action भेजा है इसको कहेंगे Y तो हमारे मन में तस्वीर की रियलिटी बनी XY, X बाहरी दुनिया है Y आंतरिक दुनिया है आपकी आंतरिक दुनिया यानी सोच या नजरिए से आपकी रियलिटी XY बनती है इसी तरह किसी के लिए तस्वीर XY’ और किसी के लिए XY” हो सकती है।


अगर आप तस्वीर की रियलिटी XY में से अपना योगदान हटा दें तो क्या बचेगा…. कुछ नहीं, यह शक्ति है मेडिटेशन की। आपके पास ध्यान देने या ना देने की शक्ति है आप अपनी रियलिटी में कुछ भी पैदा कर सकते हो और कुछ भी मिटा सकते हो यानी आपके अंदर सारे doubts और डर मिटाने की शक्ति है जब लोग कहते हैं कि मुझे doubt है मैं नहीं कर सकता तो असल में आपने इन doubts को अपने अंदर जिंदा रखा है।


स्वामी जी कहते हैं कि आपका कम से कम आधा योगदान हैं अगर आपका reaction रुक जाए तो बाकी चीजों को भी रुकना पड़ेगा। ध्यान की शक्ति से हमें सब कुछ मिलता है। ध्यान के द्वारा ही सारी वैज्ञानिक खोज होती है जब साइंटिस्ट अपने सब्जेक्ट में खो जाते हैं तो वह अपनी सारी मेंटल एनर्जी या concentration को बाकी सब जगह से हटाकर सिर्फ एक जगह लगाते हैं वह दुनिया के साथ-साथ अपने बारे में भी भूल जाते हैं फिर अचानक छिपी हुई नॉलेज आंखों के सामने चमकती है। लोग कहते हैं कि यह inspiration हैं स्वामी जी कहते हैं नहीं… यह Concentration है। इसी प्रकार महान आर्टिस्ट पेंट करते हैं, म्यूजिक कंपोजर्स संगीत बनाते हैं सारी नॉलेज आपके ध्यान में छिपी है स्वामी जी कहते हमको धीरे-धीरे खुद को ट्रेन करना है यह एक महीने या 1 साल का सवाल नहीं है।


Slowly and gradually we are to train ourselves it’s no joke not a question of a day or years or maybe births

Inch By Inch we will gain ground.


और यह detachment की असली पावर है जो हमें इंच डर इंच हासिल करनी है इस पावर को हमसे कोई नहीं ले सकता ध्यान करने के लिए स्वामी जी कहते हैं कि हर दिन, दिन में दो बार अभ्यास जरूर करना चाहिए। जिस समय रात दिन में बदलती है, या दिन रात में बदलता है। उस समय समय ध्यान करना चाहिए यह प्राकृतिक रूप से शांत समय होता है आपके मन में पहले से ही शांति होती है इस समय का अपने मन को साधने के लिए पूरा लाभ उठाना चाहिए आप नियम बना लो कि बिना अभ्यास के आप कुछ नहीं खाएंगे इससे अभ्यास कभी नहीं छूटेगा अगर ज्यादा व्यस्त भी हैं तो 15 मिनट ही अभ्यास करो अगर आप 6 महीने पूरी तरह समर्पित होकर अभ्यास करते हैं तो आप बहुत आगे जा सकते हैं।


अगर मेडिटेशन के लिए अलग कमरा रख सकते हैं तो बहुत अच्छी बात है नहीं तो कमरे का एक कोना या एक स्थान जरूर निर्धारित करें। जिस जगह पर या कमरे के जिस कोने पर आप ध्यान करते हैं उस जगह कभी मत सोइए वह कमरा या कोना केवल ध्यान के लिए ही उपयोग करना चाहिए।


उस कमरे में बिना नहाए मत जाइए शुरुआत में अगर आप का मन दुखी है तो भी ध्यान की जगह मत जाइए उस जगह हमेशा कुछ फूल रखे या अगरबत्ती जलाएं। केवल समान सोच वाले व्यक्ति को उस जगह या कमरे पर जाने दे इन सब बातों का ध्यान रखने से उस कमरे की पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती जाएगी फिर कभी जब आप दुखी या परेशान होंगे तो इस जगह बैठकर आपको आराम मिलेगा।


स्वामी जी कहते हैं कि चर्च मंदिर और बाकी स्थानों का यही उद्देश्य हुआ करता था और आज भी कई जगह जाते ही आपके मन को शांति मिलती है स्वामी जी कहते हैं कि ध्यान को लेकर discussion या argument में मत पड़ो क्योंकि ध्यान आपको mental plane से हटाकर दूसरे dimension में ले जाता है जहां शब्द और इंटेलेक्चुअल नॉलेज नहीं जा सकती।



ध्यान शुरू करने से पहले हमेशा mental affirmation दोहराएं जैसे;

सब प्राणी सुखी हो

सब शांति पूर्ण हो

और सब आनंदित हो..!!


स्वामी जी कहते हैं कि आखिर में आप जानोगे कि खुद को स्वस्थ करने का सबसे आसान तरीका है कि आप सब के स्वास्थ्य की कामना करें खुद को आनंदित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप सबके लिए ही ऐसी भावना रखें।


जब आप ध्यान करने बैठो तो मन को बंदर जैसे घूमने दो आप केवल शांत होकर देखते रहो। स्वामी जी कहते हैं कि knowledge is power जब तक आप को मालूम नहीं होगा कि मन क्या क्या कर सकता है, इसमें कैसे-कैसे विचार आ सकते हैं तब तक आप इसे साध नहीं पाओगे। फिर धीरे-धीरे आप देखोगे कि मन का उत्पात कम होते जा रहा है हर दिन शांत और शांत होता जा रहा है स्वामी जी कहते हैं कि हमेशा अपने मन और शरीर को ताकतवर समझो यह आपके पास सबसे अच्छे इंस्ट्रूमेंट हैं कमजोर लोग कभी भी अपने लक्ष्य तक की यात्रा पूरी नहीं कर सकते इसीलिए किसी भी प्रकार की कमजोरि या कमी का ख्याल अपने दिमाग से निकाल दो और अपने ऊपर असीम विश्वास रखो।


Have unbounded faith and hope in yourself


अपने मन और शरीर को यह याद दिलाओ कि यह शक्तिशाली है और तेज से भरा हुआ है।


मेडिटेशन के फायदे | Meditation ke fayade


● मेडिटेशन के जरिये आप खुद को बेहतर तरह से जान पाते हैं, जिससे कि आप दूसरों से उम्मीद कम ही रखते क्योंकि मेडिटेशन के द्वारा आपको चीजों की समझ अच्छे से होने लगती है ओर दूसरों से कम उम्मीदें लगाने और खुद पर विश्वास करने से आपमें आत्मविश्वास और खुशी दोनों बढ़ती है।


● कई लोगों को उच्च या निम्न रक्तचाप की समस्या रहती है ऐसे में अगर आप भी इस समस्या से बचना चाहते हैं तो आपको भी मेडिटेशन करना चाहिए, मेडिटेशन करने से रक्तचाप में संतुलन बना रहता है।


● कई लोगों की यह समस्या होती है कि वह अपने काम पर पूरी तरह से फोकस नहीं कर पाते यह समस्या सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स को होती है क्योंकि वह पढ़ाई पर पूरी तरह से फोकस नही कर पाते इससे बचने के लिए मेडिटेशन करना एक कारगर तरीका है, मेडिटेशन से एकाग्रता बढ़ती है और मन नहीं भटकता।


● आजकल लोगों को छोटी मोटी बातों का भी ज्यादा तनाव हो जाता है, तनाव मुक्त रहने के लिए मेडिटेशन अच्छा उपाय है।


● अगर आप ऐसे माहौल में हैं जहां नकारत्मकता ज्यादा है तब मेडिटेशन से आपको फायदा होता है इसे करने से आपके विचार बेहद सीमित हो जाते हैं, आप उन बातों पर ध्यान नहीं देते जो आपके लिए जरूरी नही हैं और आपके विचार सकारात्मक होने लगते हैं।


● कई लोगों को छोटी छोटी बातों पर भी ज्यादा गुस्सा आता है मेडिटेशन करने से गुस्से पर लगाम लगाई जा सकती है।


● जब बिना मतलब की बातें दिमाग में चलती रहती है तो रात में भी ठीक से नींद नही आती मेडिटेशन से आपके विचार सीमित हो जाते हैं और इसी वजह से आपके लिए जो महत्वपूर्ण नही है आप उन बातों पर ध्यान नही देते जिससे कि आपको नींद भी अच्छी आती है।


मेडिटेशन के नुकसान


मेडिटेशन करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है लेकिन अगर इसे सही तरह से ना किया जाए तो इससे नुकसान भी हो सकता है तो चलिए जानते हैं मेडिटेशन से होने वाले कुछ नुकसान


● ध्यान करते समय आपका मेरुदंड (पीठ )बिल्कुल सीधी रहनी चाहिए। अगर आपको पद्मासन में पीठ सीधी रखने में परेशानी हो रही या आप ज्यादा देर तक पीठ सीधी नहीं रख पाते हो तो आप दीवाल की सहायता ले सकते है या आप कुर्सी पर भी बैठ कर भी ध्यान लगा सकते है बस शर्ते आपकी पीठ सीधी रहनी चाहिए।


● आप मेडिटेशन करना चाहते हैं लेकिन इसके लिए आपको इसके बारे में सही जानकारी भी होना जरूरी आप कहीं से भी इसके बारे में सुनकर किसी भी तरह से इसे ना करें इससे आपको परिणाम सही नही मिलेंगे और आपका नुकसान भी हो सकता है।


● आप चाहते हैं कि आपको मेडिटेशन से बेहतर लाभ मिले तो इसके लिए आपको समय निर्धारित करना होगा समय निर्धारित ना होने से आपको इसका सही फायदा नही मिल पायेगा।


● आपको बेहतर परिणाम के लिए मेडिटेशन हर दिन करना है कभी कभी बस मन होने पर मेडिटेशन करने से आपको परिणाम अचे नहीं मिलेंगे


➡ 3 meditation से बढ़ाएं एकाग्रता