टिकटॉकर राजू | Tiktok moral story in hindi
Tiktok moral story in hindi
पिता ने राजू को बुलाया, राजू इधर आओ राजू आया।
“क्या हुआ पापा”
“क्या आपने टिकटोक इंस्टॉल किया है मेरे मोबाइल में”
इसी बीच चिंकी वहां आ गई और पापा से कहा;
“हाँ पापा भाई टिकटॉक पर वीडियो अपलोड करता है उनके मिलियन फॉलोअर्स भी हैं”
“सॉरी पापा मैंने यह बात आपको नहीं बताई। मुझे लगा कि तुम नाराज हो जाओगे” – राजू ने कहा
“नाराज की कोई बात नहीं है अपनी कला का प्रदर्शन करने में कुछ भी गलत नहीं है। लेकिन आपको इसके बारे में बताना चाहिए…खैर छोड़ो”
“क्या आप वाकई देखना चाहते हैं? तो फिर आप मोबाईल पकड़ो और मुझे अभिनय करने दो।”
पिता ने टिकटॉक एप पर क्लिक किया। और राजू का वीडियो शूट करने लगे।
जॉनी जॉनी यस पाप, ईटिंग शुगर नो पापा , और इस तरह राजू का वीडियो बनता है।
“अब मैं इस वीडियो को एडिट करूंगा और इसे अपलोड करूँगा फिर देखेंगे यह वीडियो कैसा बना है।”
राजू ने वीडियो एडिट किया और अपलोड कर दिया।
“पापा देखो मेने अभी यह वीडियो अपलोड किया है और इसे लाइक ओर कमेंट मिल रहे हैं इसे हर मिनट में व्यूज मिल रहें हैं। शाम तक इसे 1 से 15 लाख तक व्यूज मिल जाएंगे।”
इसके बाद राजू दिनभर वीडियो बनाता और टिकटॉक पर अपलोड करता थोड़े दिनों में गट्टू को टिकटॉक की लत लग गई थी। ओर वह टिकटोक के आगे सब कुछ भूल जाता।
“राजू आओ टिफिन तैयार है जल्दी से नाश्ता करो तुम्हें स्कूल जाना है” – माँ ने कहा
“मां मैं बस एक मिनट में आ रहा हूँ”
“मेरा मोबाइल दे दो राजू मुझे ऑफिस के लिए निकलना है।”
“बस एक मिनट पापा”
“ऐसा लगता है कि तुम्हे मोबाइल की लत लग गई है मोबाइल दो और अपना नाश्ता करो।” – पापा ने कहा
हालांकि राजू ने अपने पिता को मोबाइल दिया लेकिन इससे वह नाराज था। गट्टू स्कूल गया शिक्षक कक्षा में पढ़ा रहे थे। लेकिन वह कहीं खोया हुआ सा था। उसके दोस्त हरि ने उससे धीरे से पूछा;
“क्या हुआ गट्टू?
“यार मेरे फॉलोअर्स बहुत बढ़ गए हैं। लेकिन व्यूज की संख्या नहीं बढ़ रही है कल तो सिर्फ एक ही व्यू मिला।”
“क्योंकि तुम टिकटॉक पर केवल कविताएं अपलोड करते हो तुम फिल्म के डायलॉग अपलोड करना शुरू करो जैसे मैं करता हूँ। मुझे मिलियन व्यूज मिलते हैं। – हरि ने कहा
“क्या कह रहे हो यार मैं भी अब यही करूँगा।”
टीचर ने राजू ओर हरि को बात करते हुऐ पकड़ लिया और उन्हें कक्षा से बाहर कर दिया ओर कहा;
“आप टिकटोकर्स मेरी क्लास से बाहर जाओ।”
राजू और हरि कक्षा से बाहर निकल जाते हैं।
पिता ने रात को खाना खाते समय पूछा;
“गट्टू कहाँ है?”
“वह वीडियो बना रहा है।” – चिंकी ने कहा
“वह न तो खाता है और न ही पढ़ता है। पापा आज टीचर ने ने उसे क्लास से बाहर निकाल दिया था क्योंकि वह क्लास में भी सिर्फ टिकटोक की ही बातें करता है।”
“रुको मुझे देखने दो।”
राजू एक फ़िल्म का डायलॉग शूट कर रहा था;
“मैं तुम्हें भूल जाऊंगा ऐसा नहीं हो सकता और तुम मुझे भूल जाओगे मैं ऐसा नहीं होने दूंगा” तभी पापा आ गए।
“गट्टू आओ और खाना खा लो”
“बस एक मिनट पापा।”
“क्या तुमने सुना नहीं कि मैंने क्या कहा?”
राजू पिता की बात मानकर खाना खाने जाता है।”
अगले दिन रविवार था। राजू ने सोचा आज छुट्टी है। आज मैं कम से कम 10 वीडियो बनाऊंगा। राजू ने पिता का मोबाइल उठा लिया जो चार्ज पर लगा था और टिकटॉक खोलने लगा लेकिन टिकटॉक नहीं खुल रहा था। वह सोचने लगा।
क्या हुआ… क्या पापा ने मेरा अकाउंट डिलीट कर दिया? फिर उसने अपने पिता से पूछा;
“पिता जी क्या आपने मेरा टिकटॉक अकाउंट डिलीट कर दिया है?”
“तुम्हारा ही नहीं करोड़ों भारतीयों के खाते भी आज टिकटोक से हटा दिए गए हैं।” – पिता ने कहा
“यह आप क्या कह रहे हो?”
“क्या आपने खबर नहीं देखी सरकार ने टिकटोक पर प्रतिबंध लगा दिया है और कई अन्य चीनी ऐप पर भी…. ओर यह अच्छा भी है राहत मिली।
“सरकार ने यह क्या किया है मेरे मिलियन में फॉलोअर्स थे। यहां तक कि मेरे पास बहुत सारे आईडिया थे वीडियो बनाने के अब मैं टिकटोक के बिना कैसे ज़िंदा रह पाऊंगा।”- राजू ने कहा
“पागल मत बनो राजू एक अच्छे कलाकार को किसी भी माध्यम का गुलाम नही बनना चाहिए। आप एक अच्छे कलाकार हैं और मुझे यह पता है। लेकिन टिकटोक के गुलाम मत बनो। केवल अपनी कला को लाइक ओर कमेंट तक सीमित न करें। नहीं तो तुम कभी महान नहीं बनोगे।
“फिर मैं क्या करूं पापा।”
“यह आपकी पढ़ाई करने की उम्र है। फिलहाल आप अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो अपनी कला का प्रदर्शन अपने स्कूल प्रतियोगिता में करो वहां आपको असली दर्शक मिलेंगे और फेन भी। टिकटॉक सिर्फ एक मायाजाल है।
“आई एम सॉरी पापा मुझे आपकी बात समझ में आ गई। अब मैं बहुत मेहनत करूंगा। और एक महान कलाकार बनूँगा आपने सच्चे दर्शक ओर फॉलोवर्स तक पहुंचने का रास्ता में खुद बनाऊंगा।
और इस तरह राजू को टिकटॉक की लत से छुटकारा मिला।
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