नोकरी मांगने के लिए टी शर्ट पर अपना नम्बर लिखकर घूमते थे | jack dorsey motivational success story in hindi

जैक डोरसे की सफलता की कहानी – jack dorsey motivational success story in hindi

जैक डोरसे की सफलता की कहानी - jack dorsey motivational success story in hindi
जन्म – 19 नवंबर 1976 (केलिफोर्निया यू.एस.ए)

शिक्षा – कॉलेज ड्रॉपआउट (न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी)

कुल संपत्ति – 5.3 बिलियन यूएस डॉलर

कंपनी – टि्वटर स्क्वेयर (पेमेंट कंपनी)

19 साल की उम्र में भी जैक डोरेस को कोई नौकरी नहीं मिली थी। लेकिन जैक डोरेस को कोडिंग और एथिकल हैकिंग आती थी इसलिए पहली नौकरी हासिल करने के लिए उन्होंने न्यूयॉर्क की एक डिस्पैच कंपनी की सुरक्षा प्रणाली में  खामी निकालकर कंपनी को मेल किया और नौकरी हासिल की। लेकिन मामला लंबे समय तक नहीं जमा।


दोबारा नौकरी करने के लिए वह सिलिकॉन वैली में अपनी टीशर्ट पर मोबाइल नंबर लिख कर घूमते थे। जूते की एक कंपनी में भी उन्होंने नौकरी के लिए आवेदन किया लेकिन वहां नहीं चुने गए फिर एक दिन कॉफी शॉप में बैठे-बैठे ऑडियो कंपनी को अपना रिज्यूमे भेजा। ऑडियो कंपनी पोस्टकार्ड के क्षेत्र में काम करती थी जैक को नौकरी मिल गई बाद में जैक ने इसी कंपनी के प्रमुख और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर ट्विटर कंपनी शुरू की। टि्वटर के संदेशों को 140 तक सीमित रखने का विचार भी जैक का ही था।

बचपन में जैक को ट्रेन मैप को जानने का शौक था वह घंटों रेलवे यार्ड में ट्रेनों को आते जाते हुए देखा करते थे आपात स्थिति में पुलिस वालों के कम्युनिकेशन में इस्तेमाल डिवाइस वॉकी टॉकी के बारे में जानने के लिए वह उतावले रहते थे अपनी भौगोलिक स्थिति के साथ हर छोटी से छोटी जानकारी के आदान प्रदान करने का तरीका उन्हें बहुत अच्छा लगता था। इसको लेकर वह जुनूनी तक  हो गए थे टि्वटर के आईडिया के पीछे भी यही विचार था कि लोग पल पल की जानकारी आपस में आसानी से बाट पाए।

सिलिकॉन वैली में काम करते हुए जैक के मन में भी कई बार निराशा के भाव आए। फैशन डिजाइनिंग में रुचि रखने के अलावा वे स्पा ट्रेनर भी रहे हैं उन्होंने नौकरी नहीं मिलने पर ड्रेस डिजाइनिंग की ओर रुख करने का भी निर्णय ले लिया था।

2006 में टि्वटर की नींव रखी गई तब वह इंजीनियरिंग टीम में थे और कोडिंग का जिम्मा संभालते थे बाद में वे कंपनी के सीईओ बने। 2008 में कंपनी के बोर्ड ने उन्हें गेर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी इसलिए जैक ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया। 2010 में पेमेंट कंपनी स्क्वेयर शुरू की।

एक किताब के अनुसार उस वक्त डोरसे ने अपनी छवि बनाने के लिए मीडिया में कई आर्टिकल्स लिखें। 2015 में दोबारा सीईओ के रूप में ट्विटर जॉइन की। जैक अपने आईपैड पर दफ्तर में कहीं भी घूम कर काम करते है। उनका कोई केबिन ऑफिस या डेस्क नहीं है।