अमीर और गरीब मछुआरों की कहानी – hindi moral story on high thinking
एक शहर में एक मछुआरा रहता था जो नदी से मछलियां पकड़ कर अपने परिवार का खर्चा चलाता था। एक दिन वह मछली पकड़ने जा रहा था तभी उसने कुछ अमीर लोगों को मछली पकड़ते हुए देखा वह लोग सिर्फ अपने आनंद ओर मज़े के लिए मछलियां पकड़ रहे थे तो उस मछुआरे ने सोचा एक तरफ मैं हूं जो अपने घर को चलाने के लिए मछलियां पकड़ता हूं, इतनी मेहनत करता हूं, और दूसरी तरफ यह पैसे वाले अमीर लोग हैं जो सिर्फ अपने आनंद के लिए मछलियां पकड़ रहें हैं, यह अमीर लोग क्या जानें कि गरीबी क्या होती है ..यह लोग एक दिन मेरे जैसे गुजार कर देखे तब इन्हें पता चले कि गरीबी क्या होती है।
➡ दो मछुआरे की हिंदी कहानी – Hindi moral short story on fisherman
तभी कुछ दिनों बाद उसके शहर के सबसे अमीर आदमी का घाटे में जाने के कारण बिजनेस बंद हो जाता है और उसको अपना घर जमीन जायदाद सब कुछ बेचना पड़ता है और वह सड़क पर आ जाता है जब इस बात का पता मछुआरे को चलता है तो वह बहुत खुश होता है और सोचता है कि अब इसे पता चलेगा कि गरीबी क्या होती है। अब वह अमीर आदमी जो अभी-अभी गरीब हुआ था वह मछुआरे के पास ही छोटी सी झोपड़ी बनाकर रहने लग जाता है और वह भी अगली सुबह मछुआरे के साथ मछली पकड़ने के लिए जाता है वह दोनों शाम तक 10 – 10 मछलियां पकड़ कर लाते हैं और उन मछलियों को बनाकर अपने परिवार वालों को खिलाते हैं ओर कुछ मछलियां बेच देते हैं ऐसा कुछ दिन चलता रहा।
➡ ज़िद्दी साधु की हिंदी कहानी – short moral story in hindi
लेकिन एक दिन उन दोनों को बहुत सारी मछलियां मिल जाती है जिससे कि वह उन मछलियों को बेच देते हैं और उनको 5 – 5 हजार रुपये मिल जाते हैं दोनों ही पैसे लेकर शाम तक अपने अपने घर चले जाते हैं वह अमीर आदमी जो अभी-अभी गरीब बना था वह आदमी 5000 रुपये में से बहुत ही कम पैसे खर्च करता है इतना जितना कि उसका आज के खाने का खर्च चल जाए बाकी पैसे वह बचा लेता है वहीं दूसरी और मछुआरा अपने पूरे पैसे खर्च कर देता है।
➡ बदसूरत राजा की कहानी हिंदी में – Hindi moral story on think different
अगले दिन सुबह मछुआरा अकेले ही मछली पकड़ने के लिए चला जाता है। ओर वह अमीर आदमी जो अभी-अभी गरीब बना था वह दो और लोगों को मछली पकड़ने के लिए काम पर रख लेता है अब वह तीन लोग मिलकर मछलियां पकड़ रहे थे और मछुआरा अकेला मछली पकड़ रहा था अमीर आदमी जो कि गरीब बन गया था उन तीन लोगों ने ज्यादा मछलियां पकड़ी क्योंकि अब वह 3 लोग थे और वहीं दूसरा वाला मछुआरा बहुत कम मछली पकड़ पाया क्योंकि वह अकेला था ऐसे ही धीरे-धीरे अमीर आदमी ने कुछ और लोगों को काम पर रख लिया और कुछ ही दिनों में उसने एक नाव भी खरीद ली इसी के साथ उसकी इनकम भी बढ़ने लगी और एक के बाद एक वह व्यक्तियों को काम पर रखता है और ऐसे ही उसने कई सारी नाव भी खरीद ली और अब उसके द्वारा काम पर रखे गए लोग नाव से ही मछलियां पकड़ने लगे और ऐसे ही कुछ सालों में उसका कारोबार बहुत बड़ा हो गया अमीर आदमी जो कि गरीब बन गया था अब वह फिर से अमीर बन गया।
➡ भैंस चराने वाला गरीब आदमी हिंदी कहानी – Hindi moral story keep thinking open
कहानी से मिली सीख
इस कहानी से पता चलता है कि जिसकी जैसी सोच होती है वह वैसा ही बनता है अगर आपकी सोच अमीर है तो आप भी अमीर बन जाएंगे! हम किस स्थिति में पैदा हुए थे यह तो हमारे वश में नहीं था लेकिन किस स्थिति में हम मरना चाहते हैं यह हमारे वश में हैं हमारी सोच ही हमें अमीर और गरीब बनाती है इसलिए अपनी सोच को अमीर बना लो आप अपने आप अमीर बन जाओगे।