कोई एक चीज़ कैसे चुने – How to choose one thing in hindi

दोस्तों आज के वक्त में हमारे सामने कई Different Options होते हैं अब चाहे फिर वह रोज के important decision लेना हो या life के लिए career चुनना हो मन करता है कि हम यह भी कर ले वह भी कर ले क्योंकि ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता है कि उनकी वह One Thing क्या है जिस पर उन्हें फोकस करना चाहिए तभी वह कंफ्यूज रहते हैं जबकि रोज की लाइफ स्टाइल में प्रोडक्टिविटी हो या life long की सक्सेस 10 अलग चीजों को करने से नहीं बल्कि one thing पर फोकस करने से आती है तो आपकी इसी कन्फ्यूजन ओर प्रोडक्टिविटी से भरी लाइफ को सॉल्व करने के लिए हम Gary keller ओर jay papasan की बुक The One Thing की समरी जानेंगे यह बुक हमें फोकस ओर प्रोडक्टिविटी के साथ ही लाइफ में क्लेरिटी देती है सरल शब्दों में कहें तो यह बुक हमें हार्ड वर्क की जगह स्मार्ट वर्क करना सिखाती है तो आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे


One Thing क्या है?

Domino Effect क्या है?

वह तीन कौन से झूठ है जो हमें हमारे गोल से भटकाते हैं?

कैसे हम अपनी प्रोडक्टिविटी को बढ़ा सकते हैं?

वह तीन चोर कोन से हैं जो हमारा टाइम चुरा लेते हैं?


1. The One Thing


यहां वन थिंग का मतलब वह चीज है जो या तो हमारे लिए इंपोर्टेंट है या तो फिर जिस पर हम अपना पूरा फोकस डालकर ग्रेट रिजल्ट हासिल कर सकते हैं बेसिकली इस बुक के ऑथर का मानना है कि हमें सक्सेस के लिए बहुत सारी चीजें करने की जरूरत नहीं है बल्कि हमें अपनी वन थिंग में मास्टरी अचीव करनी चाहिए जैसे रोनाल्डो के लिए उसकी वन थिंग सिर्फ फुटबॉल है, वहीं दलाई लामा के लिए शांति और एलोन मस्क के लिए, ह्यूमैनिटी के लिए फ्यूचर अगर इन लोगों ने भी अपनी वन थिंग को फॉलो नहीं किया होता तो यह लोग भी वह चीज कर रहे होते जो उन्हें पसंद नहीं है और यही चीज को अपने डेली डिसीजन या टास्क चूस करने के लिए भी यूज कर सकते हो तो आप रोज खुद से पूछे कि मेरे लिए वह एक चीज क्या है जो मेरे लिए करना और सबसे इंपोर्टेंट है।


वन थिंग को ठीक से समझने के लिए आप इस Quote का सहारा भी ले सकते हैं।


अगर आप एक वक्त में दो खरगोश पकड़ने की कोशिश करेंगे तो आप आखिर में एक भी खरगोश नहीं पकड़ पाएंगे


2. Domino Effect



ऑथर अपने इस आईडिया में डोमिनो का सहारा लेकर बताते हैं जैसे एक डोमिनो अपने दोगुने साइज के डोमिनो को गिरा सकता है वैसे ही हमें सही डायरेक्शन में रोज छोटी-छोटी मेहनत करके या स्टेप्स लेकर कुछ भी लाइफ में बड़े से बड़ा अचीव कर सकते हैं अभी यह कॉन्सेप्ट आपको सुनने में सिंपल लग रहा होगा लेकिन ऑथर हमें डोमिनो इफेक्ट की पावर इस प्रैक्टिकल फिगर से समझाते हैं।



कि जिस स्टार्टिंग डोमिनो को हम सिर्फ 2 इंच का होने से उसे जज करते हैं अगर उसी डोमिनो को उसके इफेक्ट के अकॉर्डिंग हर बार साइज से डबल करके एक लाइन में लगाते हैं तो 57 डोमिनो की लंबाई पृथ्वी से चांद तक की डिस्टेंस के बराबर होगी उम्मीद है कि आप इसकी कंसिस्टेंसी की पावर समझ गए होंगे और आप इस इफ़ेक्ट को अपने डेली हैबिट्स और वर्क के लिए यूज करेंगे।


3. Three Lies


इसमें ऑथर बताते हैं की वह 3 सबसे बड़े झूठ जो या तो हम दूसरों से सुनते आए हैं या फिर जिन्हें हम सच में मानकर उन्हें फॉलो कर रहे हैं झूठ A Everything matters equally, justice और human rights के लिए इक्वलिटी बहुत जरूरी है पर पर्सनल लाइफ में हर चीज इक्वली इंपोर्टेंट नहीं होती तो इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि टीचर्स कैसे मार्क्स दे क्योंकि 2 स्टूडेंट कभी भी इक्वल नहीं हो सकते इसलिए equality एक झूठ है जब लोग जल्दी में होते हैं तो उन्हें हर काम इक्वली इंपोर्टेंट लगता है तो फिर वह यही less important काम को इंपॉर्टेंट समझ कर अपना टाइम और एनर्जी दोनों वेस्ट करते हैं।


B) Multitasking is productive


मल्टी टास्किंग को ज्यादातर लोग प्रोडक्टिव समझते हैं जबकि यह एक झूठ है क्योंकि यह रिसर्च में भी साबित हो चुका है कि हुमन ब्रेन एक ही समय पर 2 कामों में 100% फोकस नहीं कर सकता लेकिन फिर भी लोग मल्टीटास्किंग यह सोचकर करते हैं कि वह अलग-अलग काम कम समय में खत्म कर लेंगे लेकिन रिजल्ट या तो अनप्रॉडक्टिव होता है या फिर उन्हें और ज्यादा टाइम लग जाता है।


C) A Balanced Life


ऑथर के अनुसार Balanced Life एक झूठ है अगर आपको एक्स्ट्राऑर्डिनरी रिजल्ट चाहिए या आपको लाइफ में कुछ एक्स्ट्राऑर्डिनरी अचीव करना है तो आपको अपनी लाइफ कहीं ना कहीं थोड़ी सैक्रिफाइस करनी होगी वही आप डेली लाइफ की छोटी-छोटी चीजों में ही बिजी रहते हो तो और आप अपने गोल को कम टाइम देते हो तो आप अपने गोल को लेट अचीव करोगे लेकिन आप दोनों को बराबर बैलेंस करके नहीं चल सकते।


D) Live with purpose


हमारा purpose ही हमारी priority को सेट करता है और हमारी प्रोडक्टिविटी हमारे एक्शंस पर डिपेंड करती है एक बार लाइफ में हम जो चाहते हैं वह हमें मिल जाता है तो टाइम के साथ हमारी मोटिवेशन भी कम हो जाती है एक अमेरिकन साइकोलॉजिस्ट का मानना है कि हमारी खुशी 5 फैक्टर्स पर डिपेंड करती है।

पॉजिटिव इमोशंस, प्लेजर, अचीवमेंट, रिलेशनशिप इंगेजमेंट, मीनिंग।

और यह तब होगी जब आपकी लाइफ में मीनिंग फुल परपज होगा जब आपके डेली एक्शंस परपस को पूरा करेंगे तो खुशी आपके पास लंबे समय तक रहेगी


E) Live with priority


आपका परपस प्रायोरिटी के बिना पावर लेस है जी हां आपको अपने परपस को पाने और उसकी तरफ बढ़ने के लिए अपने आपको अपने प्रायोरिटीस को सेट करना होगा और आपको अपनी प्रायरिटीज को ध्यान में रखकर एक्शन लेने होंगे अगर आप अपने काम के टाइम पर सोशल मीडिया पर लगे रहते हो तो आपकी प्रायोरिटी सोशल मीडिया है ना कि आपका काम जो कि एक गलत काम है तो बेस्ट है कि आपकी प्रायोरिटी आपके परपस के साथ अलाइन होनी चाहिए आपकी प्रायोरिटी वह होनी चाहिए जो लॉन्ग टाइम में आपके परपस अचीव पाए।


4. Live With Productivity


इंसान की सफलता उसके घंटों काम करने पर नहीं बल्कि उसकी प्रोडक्टिविटी पर निर्भर करती है जो जितना प्रोडक्टिव है वह उतना ही सक्सेसफुल है असल में प्रोडक्टिव लोग अपने मोस्ट इंर्पोटेंट टास्क पर फोकस करते हैं बजाय मल्टीटास्किंग या अनइंपोर्टेंट कामो के तो कम टाइम में ज्यादा प्रोडक्टिव बनने के लिए आप अपने टाइम को टाइम ब्लॉकिंग की मदद से प्लान कर सकते हो।


5. The focussing question


यहां ऑथर का मतलब यह है कि आप खुद से अपना फोकसिंग क्वेश्चंस पूछो जैसे कि वह एक चीज क्या है जिसे करने के बाद बाकी सारी चीजें आसान हो जाएंगी या फिर बेकार हो जाएंगे अगर आप रोज खुद से यह क्वेश्चन पूछने की आदत डाल लेते हो तो आप अपने फोकस को बढ़ाने के साथ ही अपनी सक्सेस जरूर अचीव पर कर पाओगे क्योंकि यह सवाल पूछने से आपका ब्रेन सिर्फ व एक इंपॉर्टेंट चीज पर फोकस करता है जो आपको सबसे ज्यादा रिजल्ट देगी।


6. three thieves तीन चोर


You can’t say No – लोग दूसरों की नजर में बुरा ना बनने के चक्कर में दूसरों को no से ज्यादा yes बोलते हैं जबकि उनका खुद का टाइम वेस्ट क्यों ना हो रहा हो जबकि कई बार दूसरों को हां बोलना ऐसा है जैसे खुद की ओपिनियन, फीलिंग या गोल को ना बोलना। अब यहां ऑथर हमें हर किसी काम को ना बोलने के लिए नहीं कह रहे हैं बल्कि हमें सिर्फ उन चीजों को ना बोलना है जो सच में जरूरी हैं और उन चीजों को ना बोलना है जो या तो अनइम्पोर्टेन्ट है या वह हमारे टाइम और एनर्जी दोनों वेस्ट करती हैं।


Your poor health habits – अगर आप अपनी हेल्थ का ध्यान नहीं रखेंगे तो ज्यादातर heathy सरवाइव नहीं कर पाएंगे बुरी हेल्थ से हमारी बॉडी और माइंड की एनर्जी भी कम होती है लेकिन कुछ लोग सक्सेस के लिए अपनी हेल्थ को सैक्रिफाइस कर देते हैं वह रात भर जाग कर काम करते हैं ओर अपने माइंड को रेस्ट ओर बॉडी को नींद नहीं देते हैं, और अपनी एक्सरसाइज को कंपलीटली इग्नोर करते हैं लेकिन रियल सक्सेस व वेल्थ के साथ ही एक अच्छी हेल्थ भी है तो रोज आप फिजिकल एक्सरसाइज करने के साथ ही एक हेल्दी डाइट और लाइफ स्टाइल फॉलो करें।


Your environment doesn’t support your goals – हमारा बहरी एनवायरमेंट भी बहुत जरूरी है जो हमारे गोल अचीव करने में हेल्प करता है यहां एनवायरमेंट का मतलब है हमारे आसपास का एरिया सिचुएशन या लोग और हमारी फैमिली या फ्रेंड्स भी अगर आपका एनवायरमेंट खराब है तो वह आपकी परफॉर्मेंस को भी खराब करेगा तो आप हमेशा ऐसे लोगों के कांटेक्ट में रहे जो आपके गोल्स को हमेशा सपोर्ट करते हैं यह आपको प्रोडक्टिविटी के तरफ पुश करते हैं और अगर आपको लगता है कि आसपास ऐसे लोग नहीं हैं जो आपके गोल्स को सपोर्ट करें तो आप सक्सेस से रिलेटेड ऑनलाइन ग्रुप ज्वाइन करें बुक्स पढ़िए या फिर यूट्यूब पर उसी से रिलेटेड वीडियो देखिए।