आत्मविश्वास बढ़ाने के 4 तरीके – improve self confidence in hindi

आत्मविश्वास कैसे बढ़ाएं – 4 tips to improve self confidence in hindi


आत्मविश्वास कैसे बढ़ाएं - 4 tips to improve self confidence in hindi



Self confidence tips in hindi


आपने यह शब्द सुना होगा Self Confidence ओर यह सुनते ही अलग-अलग लोगों के दिमाग में अलग-अलग आईडिया आ जाते हैं। हो सकता है आप अपने किसी दोस्त के बारे में सोच रहे हो जो बहुत अच्छी स्पीच देता है या फिर आप किसी एक्टर के बारे में सोच रहे हो जो कि स्टेज पर जल्दी से अपना रोल बदल लेता है लेकिन Self Confidence का इन दोनों चीजों से कोई लेना देना नहीं है Self Confidence ऐसी चीज है जो आपके बिल्कुल अंदर से आती है इसमें आप बाहर से कैसे दिखते हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है फर्क पड़ता है तो आप अपने दिल में अपने अंदर खुद को कैसा महसूस करते हैं, इससे फर्क पड़ता है तो इस पोस्ट में हम Self Confidence tips in hindi जानेंगे।


लेकिन उससे पहले आपको confidance और Self Confidence के बीच में अंतर जानना होगा।


काफी लोग समझते हैं कि confidance और Self Confidence ही चीज होती है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कॉन्फिडेंस का मतलब है कि किसी भी सिचुएशन के बारे में यकीन होना जैसे कोई कह सकता है कि मैं कॉन्फिडेंट हूं की इंडिया ही यह मैच जीतेगा।

और Self Confidence यह कहता है कि आप अपने बारे में निश्चित रहते हो, आपको पता रहता है की क्या आप की क्षमता है और आपको पता रहता है कि जो भी परिस्थितियां होंगी उससे आप खुद ही निपट लेंगे Self Confidence सेे आपको हमेशा अपनी जिंदगी नियंत्रण में लगती है जबकि कॉन्फिडेंस से आपकी जिंदगी आपको नियंत्रण में नहीं लगती है आपको हमेशा कंफ्यूजन रहेगा कि आपको कौन सा करियर चुनना है, कैसे अपनी पर्सनैलिटी इंप्रूव करें, कैसे लाइफ में आगे बढ़े self-confidence आपकी जिंदगी को और आसान तो नहीं बनाता है लेकिन आपको और स्ट्रांग जरूर बनाता है ताकि आपकी जिंदगी में जो भी मुश्किल है उससे आप आगे बढ़ सके।


1. आप अपनी उस चीज़ को समझें जिसमे आप बेहतर हैं


काफी लोग जिनका Self Confidence कम होता है उनकी सबसे बड़ी प्रॉब्लम यह नहीं होती कि उनके पास कोई टैलेंट नहीं है, बल्कि यह होती है कि वह अपने आप को बेकार समझने लगते हैं। ऐसा हो सकता है कि कोई लड़का जिसके बहुत अच्छे मार्क्स आते हो ओर वह अपने स्कूल में हर चीज में अच्छा हो लेकिन तब भी वह सोचता है कि वह बेकार है और उसे कुछ भी करना नहीं आता है। इएलिये हो सकता है कि कभी उसके पेरेंट्स ने या उसके टीचर ने उसको उसकी वह चीज़ कभी नही बताई हो जिसमें वह बहुत अच्छा है।


वही आप किसी दूसरे लड़के को भी देख सकते हैं जो कि ना पढ़ाई में अच्छा है और ना ही किसी और चीज में अच्छा है लेकिन फिर भी उसका सेल्फ कॉन्फिडेंस हाई होता है क्योंकि बचपन से लोगों ने उसकी तारीफ की है। तो आपको हमेशा अच्छे से पता होना चाहिए कि आपकी वह quality क्या है जिसमे आप औरों से बेहतर हैं, इसके लिए आप एक लिस्ट बना लीजिए जिसमें आप अपनी सारी quality लिखेंगे जैसे मैं एथलेटिक्स में अच्छा हूं, मैं अच्छा गाना गा लेता हूं या फिर कुछ भी जो आप अच्छा करते हो अगर आपको अपनी quality समझ नहीं आ रही है तो आसपास के लोगों से पूछो कि उनको क्या लगता है कि आपकी quality क्या है यह लिस्ट जो अभी आगे मैं आपको बताने वाला हूं उसमें बहुत काम आएगी।


2. आपको अपने बारे में नेगेटिव विचारों को चेंज करना है


सभी लोगों के अपने बारे में कुछ सबकॉन्शियस विचार होते हैं जिनके बारे में हमें पता भी नहीं होता है यह अक्सर हमारे बचपन से ही हमारे अंदर होते हैं पर्सनालिटी और साइकोलॉजि से संबंधित सारी बातें आकर हमारे बचपन पर ही रुकटी हैं तो आपके बचपन में क्या हुआ इसको समझना बहुत जरूरी है अगर आप अपने बारे में समझना चाहते हैं तो आप सोचिए कि आप अपने बारे में कैसा महसूस करते हैं मैं आपको एक और चीज बताता हूं जिन लोगों को self-improvement पसंद होता है काफी लोगों में एक कॉमन बिलीफ होता है कि जब तक मैं परफेक्ट नहीं होऊंगा तब तक मैं खुद को एक्सेप्ट नहीं कर सकता क्या आप भी ऐसा सोचते हैं अपने बारे में इस तरह के बहुत सारे थॉट्स हमारे दिमाग में होते हैं जो आपको दिखते नहीं है लेकिन आपके सबकॉन्शियस माइंड में तैर रहे होते हैं तो इन बिलीफ को आप को चैलेंज करना शुरू करना होगा अपने आप को एक्सेप्ट करने के लिए, आपको पर्फेक्ट बनने की जरूरत नहीं है हो सकता है आप ऐसा सोचते हो की ओर लोग आपसे ज्यादा टैलेंटेड है यह बिलीफ भी हटा दीजिए ओर यह सोचे कि आप मेहनत करके कितना आगे बढ़ सकते हैं फिर चाहे आपमे टैलेंट हो या ना हो यह इतना भी कठिन नही है बस आपको वह फील्ड देखनी है जिसमे आप बेहतर हो ओर से करते रहिए इसमें आपको थोड़ा वक्त लगेगा लेकिन जब आप यह कर लेंगे तो आप खुद को कॉन्फिडेंट फील करेंगे।


3. अपने पिछले achievement को याद कीजिये


आपको अपने दिमाग में अपने पिछले achievement को याद रखना होगा यह आपको कॉन्फिडेंट फील करने में मदद करेंगी जैसे आप पहले कभी एक मैराथन दौड़ में फर्स्ट आये हों या फिर आपने एग्जाम में 95% स्कोर किया हो या फिर आपने पहले कोई टारगेट अचीव किया हो। बेसिकली आप अपनी लाइफ में जिस भी काम से प्राउडली फील करते हैं वह आपके लिए confidence boost का काम करेगा इसका फायदा आपके लिए यह है जब आप मुश्किल समय में होते हैं जब आप हार मानना चाहते हैं तब आपकी यह Past achievement ही आपकी मदद करेगा आपको कुछ करने के लिए मोटिवेशन देगा, तब आप सोचेंगे हां यार मैंने स्कूल टाइम में तो इतना स्कोर किया था मैं कॉलेज में भी उतना ही स्कोर कर सकता हूं, मैंने 1 पॉइंट पर कितने पैसे कमाए थे तो में फिर से उतनी ही मेहनत करके कमा सकता हूं, अक्सर हमारे साथ यह होता है कि हम अपने Past achievement  भूल जाते हैं और जिसकी वजह से हमारा Self Confidence कम हो जाता है, यह Past achievement आपके लिए मोटिवेशन का काम करेगा।


4. छोटे goals बनाये ओर उन्हें प्राप्त करें


अभी तक जो मैंने आपको 3 पॉइंट्स बताई है वह आपके माइंडसेट के बारे में थे अब यह वाला पॉइंट एक्शन के बारे में है आपको एक छोटा सा प्रोसेस ओरिएंटेड गोल बनाना चाहिए जो आपको यह बताए कि आप कर पाएंगे प्रोसेस ओरिएंटेड गोल का यह मतलब है कि आप एंड रिजल्ट पर फोकस ना करके वहां तक पहुंचने के रास्ते पर फोकस करते हो तो अगर आप का गोल है 95% स्कोर हासिल करना तो रोज़ 4 घंटे पढ़ाई करना आपका वहां तक पहुंचने का रास्ता हो सकता है अब आप एक कैलेंडर लगा लो अपने दीवार पर और हर रोज 4 घंटे पढ़ाई करने के बाद उस पर एक क्रॉस लगा दो इससे आपके पास कंट्रोल आ जाता है। 95% लाना हो सकता है आपके कंट्रोल में ना हो लेकिन हर दिन 4 घंटे पढ़ाई करना आप गारंटी कर सकते हैं जैसे आप देखते जाएंगे कि हर रोज आप 4 घंटे पढ़ाई करके क्रॉस लगाते जा रहे हैं वैसे ही आपका Self Confidence बढ़ता जाएगा लेकिन सबके गोल्स अलग होते हैं तो आप इस उदाहरण को अपने हिसाब से बदल लीजिएगा यह पॉइंट इसलिए इतना जरूरी है क्योंकि यह हर दिन आपका फोकस अपने काम पर ले आता है और हर रोज अपना काम करने से आपको याद रहता है कि हां मैं बेवकूफ नहीं हूं, मैं बेकार नहीं हूं ,मैं एक्चुअली अपने गोल्स पर काम कर रहा हूं।


तो अब देखते हैं की चारों पॉइंट आपका सेल्फ कॉन्फिडेंस कैसे बढ़ा सकते हैं


1.) पहले आपने अपनी quality की लिस्ट बनाई इससे आपको पता चल जाएगा कि हो सकता है आप परफेक्ट नहीं है लेकिन फिर भी आपके अंदर बहुत सारी अच्छी क्वालिटी है और आपके अंदर बहुत क्षमता है अपने गोल्स को हासिल करने की।


2.) इसके बाद आप अपने नेगेटिव बिलीफ को हटाएंगे आपके बचपन से ही आपके बहुत सी चीजें आपके सबकॉन्शियसली माइंड में भरी हुई है उन चीजों को आप अपने माइंड में अच्छे से ढूंढ कर अपने दिमाग से निकाल देंगे।


3.) फिर आप अपनी past achievement को याद रखते हैं जो कि आपको मोटिवेशन देता है ओर आपको हौसला देते हैं कि आप past में स्ट्रांग थे और आप future मे भी स्ट्रांग बन जाएंगे।


4.) और फाइनली आप छोटे-छोटे प्रोसेस गोल अचीव करने लगते हैं और हर रोज अचीव करने से आपके अंदर रफ्तार पैदा होने लगती है जैसा कि न्यूटन ने कहा है अगर आपकी सेल्फ कॉन्फिडेंस की गाड़ी एक बार बढ़ती जाएगी तो आप भी बढ़ते ही जाएंगे।


अब देखते हैं Self Confidence ओर Confidence बढ़ाने के कुछ पॉइंट्स


• dressing sense अच्छा रखिये, किसी से बात करते वक्त eye contact रखिये, ज्यादा दबी हुई आवाज़ में बात मत करिए।


• चलते वक्त रीढ़ सीधी रखिये, सीना सीधा रखिये, अपने उठने बैठने के ढंग पर ध्यान दो।


• जिस फील्ड में आपका इंटरेस्ट है उसमें बाकी लोगों से बेहतर बनिये, खुद पर भरोसा करके मेहनत करते रहिए कोई भी चीज़ एक दिन में ही नही होती थोड़ा धैर्य रखिये।


• अपने पास्ट अचीवमेंट को याद रखिये।


• अपनी सोच को प्रबल रखिये यह सोचिये की आप एक कॉन्फिडेंट पर्सन हैं।


• गलती करने से मत डरिये क्योंकि गलती करना गलत नही है उसे दोहराना गलत है, ओर हर गलती से हम कुछ न कुछ सीखते ही हैं।


• जो चीज़ आपको चेलेंज करती है वही आपको चेंज करती है या फिर कह सकते हैं कि जो चीज़ आपका आत्मविश्वास कम करती है उसी चीज़ को बार बार करिए जैसे हो सकता है कि आप एक लड़के हैं और आपको लड़की से बात करने में शर्म महसूस होती है या फिर आपको स्टेज पर जाने से डर लगता है या नर्वस फील होता है तो आप इसको चुनोती के रूप में लें ओर इस चीज़ को बार बार face कीजिये जब तक यह नर्वस फील आपके अंदर से निकल नही जाती, यकीन मानिए लगातार प्रयास से इस पर जीत हासिल की जा सकती है।