चंद्रशेखर आजाद के नारे ओर शायरी – Chandrasekhar Azad’s slogans and poetry

चंद्रशेखर आजाद के नारे और शायरी – Chandrasekhar Azad’s slogans and poetry


चंद्रशेखर आजाद के नारे ओर शायरी - Chandrasekhar Azad's slogans and poetry


चंद्रशेखर आज़ाद के विचार, नारे ओर शायरी – Chandrashekhar Azad’s Quotes hindi

• भारत माता के वीर सपूतों उठो, 
तुम कब तक यूँ ही बैठे रहोगे,
मातृभूमि का संकट
क्या तुम्हे दिखाई नहीं देता। 

चंद्रशेखर आजाद
• आजाद सी वो आन हो और वैरियों से वैर हो,
ताव मूछों को देता चले कि दुश्मन सारे ढेर हो,
और बची आखरी पिस्टल की गोली भी चीख-चीख कर बोले,
चलाने वाला मुझे कोई फिर आजाद जैसा शेर हो।
चंद्रशेखर आजाद
• किसी भी एक भारतवासी के जख्म का
बदला हजारों जख्मों से लिया जाएगा,
यह चेतावनी नहीं घोषणा है। 
चंद्रशेखर आजाद
• अगर मातृभूमि को आजाद करना है,
तो अंग्रेजों की बोली बोलना छोड़ दो,
उनका आचरण करना छोड़ दो।
चंद्रशेखर आजाद
• आज का युवा संगठित हो रहा है,
यह मेरे देश की शक्ति का संगठन है।
चंद्रशेखर आजाद
• मैं आजाद हूँ
दुश्मन की गोलियों का सामना हम करेंगे
आजाद हैं , आजाद ही रहेंगे। 
चंद्रशेखर आजाद
• दूसरे अपने से बेहतर कर रहे हैं यह नहीं देखना चाहिए
हर दिन अपने ही नए कीर्तिमान स्थापित करने चाहिए
क्योंकि
लड़ाई खुद से होती है दूसरों से नहीं।
चंद्रशेखर आजाद
• चिंगारी आजादी की सुलगेगी मेरे जश्न में है
इंकलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में है
मौत जहां जन्नत हो ये बात मेरे वतन में है
कुर्बानी का जज्बा जिंदा मेरे कफन में है। 
चंद्रशेखर आजाद
• अगर आपके लहू में रोष नहीं है , तो यह पानी है
जो आपकी रगों में बह रहा है ,
ऐसी जवानी का क्या मतलब
अगर वह मातृभूमि के काम ना आए।
चंद्रशेखर आजाद
• तुम्हारा नाम क्या है?
मेरा नाम आजाद है
तुम्हारे पिता का क्या नाम है?
मेरे पिता का नाम स्वाधीनता है
तुम्हारा घर कहां है?
मेरा घर जेलखाना है
चंद्रशेखर आजाद
• यदि कोई युवा मातृभूमि की सेवा
नहीं करता तो उसका जीवन व्यर्थ है। 
चंद्रशेखर आजाद
• देश अगर हाथ जोड़ने से आजाद हो जाता
तो यह जान लें भारत कभी गुलाम नहीं होता।
चंद्रशेखर आजाद
• जब तक मेरे शरीर में प्राण है
मैं अंग्रेजों की गुलामी नहीं करूंगा। 
चंद्रशेखर आजाद
• मेरा यह छोटा सा संघर्ष ही
कल के लिए महान बन जाएगा
चंद्रशेखर आजाद
• जो युवा अपनी मातृभूमि की खातिर संघर्ष नहीं कर सकते
वह अपनी जननी की खातिर समर्पित नहीं हो सकते।
चंद्रशेखर आजाद
• जीवित रहते मैं अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए
निरंतर संघर्ष करता रहूंगा
किसी भी क्षण मैं मातृभूमि की खातिर
अपने प्राण न्योछावर करने से पीछे नहीं हटूंगा।
 चंद्रशेखर आजाद
• जो दुश्मन हमारे धन संपदा
और संस्कृति को लूट रहे हैं,
उन्हें लूटना और उनसे अपने
धन संपदा का रक्षा करना कोई गुनाह नहीं है। 
चंद्रशेखर आजाद
• शत्रु के साथ कैसी नम्रता
हमारी नम्रता का ही फल है
आज हमारी मातृभूमि संकट में है।
चंद्रशेखर आजाद
• मैं ऐसे धर्म और संस्कार का पालन करता हूं
जो स्वतंत्रता समानता और भाईचारा दिखाता है।
चंद्रशेखर आजाद
• मैं जीवन की अंतिम सांस तक
देश के लिए लड़ता रहूंगा।
चंद्रशेखर आजाद

• मातृभूमि की इस दुर्दशा को देखकर
जो तुम चुप बैठे रहे,
तो तुम्हारा मान-सम्मान और
स्वाभिमान दुश्मनों के अधीन है।
चंद्रशेखर आजाद

• मेरे जज्बातों से इस कदर वाकिफ है , मेरी कलम
मैं इश्क़ लिखना चाहूं , तो इंकलाब लिख जाता है।
चंद्रशेखर आजाद
• ग़र इश्क करना ही है तो वतन से करो
मरना ही है तो वतन की खातिर मरो।
 चंद्रशेखर आजाद
• आज़ाद की कलाई में हथकड़ी लगाना बिलकुल असंभव है. एक बार सरकार लगा चुकी, अब तो शरीर के टुकड़े टुकड़े हो जाएँगे, लेकिन जीवित रहते पुलिस बंदी नहीं बना सकती.
चंद्रशेखर आजाद
• भले ही मेरा प्राम्भिक जीवन आदिवासी इलाके में बिता है लेकिन मेरे दिल में मातृभूमि ही बस्ती है.
चंद्रशेखर आजाद
• जब तक यह बमतुल बुखारा (चंद्रशेखर आजाद की पिस्तौल का नाम) मेरे पास है. किसने माँ का दूध पीया है, जो मुझे जीवित पकड़ के ले जाए.
चंद्रशेखर आजाद
• गिरफ्तार हो कर अदालत में हाथ बांध मुझे बंदरिया का नाच नहीं नाचना है. आठ गोली पिस्तौल में है और आठ का दूसरा मैगजीन है. पंद्रह दुश्मन पर चलाऊंगा और सोलहवी यहाँ…और आजाद अपनी पिस्तौल अपनी कनपटी पर छुआ देते।
चंद्रशेखर आजाद

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